नयी दिल्ली, छह मार्च (भाषा) अमूल ब्रांड के तहत डेयरी उत्पादों का विपणन करने वाली भारत की अग्रणी डेयरी सहकारी संस्था जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने कहा कि बेहतर मांग के चलते चालू वित्त वर्ष में कारोबार में 18 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है और यह 46,000 करोड़ रुपये के करीब रह सकता है।
गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) ने कोविड-19 महामारी के बीच वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान दो प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 39,200 करोड़ रुपये का कारोबार किया था।
सोढ़ी ने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘हम इस वित्त वर्ष में लगभग 18 प्रतिशत की वृद्धि के साथ लगभग 46,000 करोड़ रुपये की उम्मीद कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि मक्खन, आइसक्रीम, दूध जैसे सभी उत्पादों की मांग में सुधार हुआ है।
सोढ़ी ने कहा कि मात्रा के लिहाज से भी वृद्धि करीब 15 फीसदी रहेगी।
पिछले वित्त वर्ष में जीसीएमएमएफ के कारोबार में मामूली वृद्धि हुई थी। इस दौरान कोविड-19 महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के कारण आइसक्रीम की बिक्री में 35 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
उन्होंने कहा कि सहकारी संस्था प्रतिदिन 150 लाख लीटर दूध बेचती है, जिसमें गुजरात लगभग 60 लाख लीटर, दिल्ली-एनसीआर 37 लाख लीटर और महाराष्ट्र 20 लाख लीटर का योगदान देता है।
अमूल पंजाब, उत्तर प्रदेश और कोलकाता में भी दूध बेचती है। अमूल ने चालू वित्त वर्ष में दूध की कीमतों में दो बार बढ़ोतरी की है।
भाषा पाण्डेय
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