नयी दिल्ली, दो जून (भाषा) विमानन कंपनियों का मुनाफा इस साल 36 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो पिछले साल के 32.4 अरब डॉलर से थोड़ा अधिक होगा।
राष्ट्रीय राजधानी में अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में उसके महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि हवाई क्षेत्र को व्यापार युद्धों से दूर रखा जाना चाहिए।
वार्षिक आम बैठक 42 वर्ष बाद भारत में हो रही है।
आपूर्ति श्रृंखला संबंधी मुद्दों पर चिंता जाहिर करते हुए वाल्श ने कहा कि 17,000 विमान का ‘बैकलॉग’ है। वहीं 10 वर्ष से 1,100 विमान रखे हुए हैं, जबकि बेड़े में विमानों को बदलने की दर तीन प्रतिशत है।
आईएटीए के अनुसार, 2025 में वैश्विक स्तर पर विमानन कंपनियों को 36 अरब अमेरिकी डॉलर का लाभ होने की उम्मीद है, जो 2024 के 32.4 अरब डॉलर से अधिक है। हालांकि दिसंबर 2024 में अनुमानित 36.6 अरब डॉलर की तुलना में यह थोड़ा कम है।
वाल्श ने कहा कि 36 अरब अमेरिकी डॉलर का लाभ महत्वपूर्ण है। हालांकि, यह प्रति यात्री प्रति खंड केवल 7.20 अमेरिकी डॉलर के बराबर है।
विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन और वार्षिक आम बैठक में लगभग 1,700 प्रतिभागियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) की अगली वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 2026 में ब्राजील में होगी।
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