नई दिल्ली: टाटा समूह ने एयर इंडिया का परिचालन संभालने के लगभग 16 महीने बाद, पूरे ब्रांड की री-ब्रांडिंग कर रहा है. गुरुवार को अपने परिवर्तन कार्यक्रम के हिस्से के रूप में एक नई ब्रांड पहचान और नई विमान पोशाक का अनावरण किया.
कंपनी ने कहा, नया लोगो, जिसे ‘द विस्टा’ कहा जाता है, सोने की खिड़की के फ्रेम के शिखर से प्रेरित है, जो “असीमित संभावनाओं, प्रगतिशीलता और भविष्य के लिए एयरलाइन के साहसिक, आत्मविश्वासपूर्ण दृष्टिकोण” को दर्शाता है.
एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि विमान का नया रूप एयर इंडिया द्वारा पहले से इस्तेमाल की जाती रही भारतीय खिड़की को सोने की खिड़की के फ्रेम में डिजाइन किया गया है. इसे ‘संभावनाओं की खिड़की’ का प्रतीक बताया गया है.
विज्ञप्ति के मुताबिक, एयर इंडिया का नया प्रतीक चिह्न (लोगो) ‘द विस्टा’ सोने की खिड़की के फ्रेम के शिखर से प्रेरित है, जो असीमित संभावनाओं, प्रगतिशीलता और भविष्य के लिए एयरलाइन के साहसिक, आत्मविश्वासपूर्ण दृष्टिकोण को दर्शाता है.
एयरलाइन ने कहा कि नए विमान के रंगरूप और डिजाइन में गहरे लाल, बैंगनी और सुनहले रंग की हाइलाइट्स के साथ-साथ चक्र से प्रेरित पैटर्न भी शामिल किया गया है. नई ब्रांड पहचान को ब्रांड परिवर्तन कंपनी फ्यूचरब्रांड के साथ साझेदारी में डिजाइन किया गया है.
एयर इंडिया ने कहा कि यात्रियों को दिसंबर 2023 से शुरू होने वाली यात्रा के दौरान नया लोगो दिखाई देना शुरू हो जाएगा. इस लोगो को एयरलाइन का पहले A350 विमान पर प्रदर्शित किया जाएगा.
टाटा समूह ने जनवरी 2022 में घाटे में चल रही एयर इंडिया का नियंत्रण सरकार से अपने हाथ में लिया था. इसके बाद से ही उसने एयरलाइन के कायाकल्प के लिए कई स्तरों पर योजनाएं बनाई हैं. इसी क्रम में एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग को 470 विमानों की आपूर्ति के लिए 70 डॉलर का ऑर्डर भी दिया है.
टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस अवसर पर कहा कि एयर इंडिया के परिचालन में सर्वोत्तम आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कहा कि इसके परिचालन में मानव संसाधन के सभी पहलुओं को उन्नत बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है.
चंद्रशेखरन ने कहा कि यह एयरलाइन टाटा समूह के लिए सिर्फ एक और व्यवसाय नहीं है बल्कि एक जुनून और एक राष्ट्रीय मिशन है.
नई दिल्ली में लांचिंग का कार्यक्रम में बोलते हुए, टाटा संस और एयर इंडिया के अध्यक्ष एन.चंद्रशेखरन ने कहा कि एयरलाइन समूह के लिए सिर्फ एक और व्यवसाय नहीं है, बल्कि एक जुनून और एक राष्ट्रीय मिशन है. उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य और काम इस एयरलाइन को वास्तव में विश्व स्तरीय प्रतिष्ठित एयरलाइन बनाना है जिस पर हर भारतीय को गर्व होगा. हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं, हम सब इसमें शामिल हैं.”
चन्द्रशेखरन ने कहा कि उन्हें हर दिन कम से कम कुछ ईमेल मिलते हैं जिनमें या तो एयरलाइन की सराहना की जाती है या इसके बारे में “चिंताजनक आलोचना” व्यक्त की जाती है, जो एयरलाइन की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है.
उन्होंने आगे कहा “हमारा लक्ष्य इस एयरलाइन को सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, ग्राहक सेवा के मामले में असाधारण और अनुभव के मामले में विश्व स्तरीय बनाना है जिसके लिए एयर इंडिया जाना जाता था. लेकिन इसके लिए भारी मात्रा में काम की आवश्यकता है…इसके लिए प्रौद्योगिकी, बेड़े, रखरखाव, ग्राउंड हैंडलिंग और संचालन के सभी पहलुओं पर बहुत काम करने की आवश्यकता है.”
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