नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) चेहरे के जरिये आधार सत्यापन छह महीने से भी कम समय में दोगुना होकर 200 करोड़ पहुंच गया है। एक अधिकारिक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआइई) ने बयान में कहा कि शुरुआत में 2024 के मध्य तक 50 करोड़ लेन-देन हुए थे। फिर जनवरी 2025 में ये बढ़कर 100 करोड़ हो गए। और अब छह महीने से भी कम समय में यह संख्या दोगुनी होकर 200 करोड़ हो गई है।
यूआईडीएआई के प्रमुख भुवनेश कुमार ने बताया कि देश के गांवों से लेकर शहरों तक, सरकार, बैंक और सेवा देने वाली कंपनियां मिलकर चेहरे के जरिये आधार सत्यापन को सफल बनाने में लगे हैं।
इसका मकसद है कि हर भारतीय कहीं भी, कभी भी अपनी पहचान तुरंत और सुरक्षित तरीके से साबित कर सके।
उन्होंने कहा कि इतने कम समय में 200 करोड़ की संख्या पहुंचना बताता है कि लोगों और सेवा देने वालों को आधार के सुरक्षित और आसान सत्यापन प्रणाली पर कितना भरोसा है।
भाषा योगेश रमण
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