नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) भारत में 5जी ग्राहकों की संख्या वर्ष 2027 के अंत तक 50 करोड़ तक पहुंच जाएगी जो कुल मोबाइल फोन उपभोक्ताओं का 39 प्रतिशत होगा। स्वीडिश दूरसंचार उपकरण विनिर्माता एरिक्सन की एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है।
एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में वर्ष 2022 की दूसरी छमाही में 5जी नेटवर्क की वाणिज्यिक शुरुआत की योजना है। शुरुआती दौर में इससे मोबाइल ब्रॉडबैंड की क्षमता बढ़ने की उम्मीद है।
इस रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि वर्ष 2027 के अंत तक 5जी नेटवर्क का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों की संख्या करीब 50 करोड़ तक पहुंच जाएगी जो कुल मोबाइल फोन उपभोक्ताओं का लगभग 39 प्रतिशत होगा।
एरिक्सन के नेटवर्क विकास प्रमुख (दक्षिण-पूर्व एशिया, ओशनिया एवं भारत) थिएव सेंग एनजी ने कहा, ‘भारत क्षेत्र में कुल मोबाइल डेटा ट्रैफिक 2021 और 2027 के बीच चार गुना बढ़ने का अनुमान है। यह स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं की संख्या में उच्च वृद्धि और प्रति स्मार्टफोन औसत उपयोग में वृद्धि से प्रेरित है।’
भारत क्षेत्र में प्रति स्मार्टफोन औसत डेटा ट्रैफिक इस समय दुनिया भर में दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा इसके वर्ष 2021 के 20 जीबी प्रति माह से बढ़कर वर्ष 2027 में लगभग 50 जीबी प्रति माह होने का अनुमान है जो 16 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है।
भारत में 5जी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल अभी शुरू भी नहीं हुआ है लेकिन अगले पांच वर्षों में करीब 40 प्रतिशत मोबाइल उपभोक्ता 5जी तकनीक का इस्तेमाल करने वाले हो जाएंगे। वैश्विक स्तर पर यह अनुपात वर्ष 2027 में 50 प्रतिशत हो जाने का अनुमान है।
5जी तकनीक का उपयोग कंटेंट स्ट्रीमिंग, रीयल-टाइम वीडियो एनालिटिक्स और स्वायत्त वाहनों एवं ड्रोन के नियंत्रण में मुख्य रूप से होने की संभावना है।
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