(शिल्पी पाण्डेय)
नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) सेबी ने वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल-जुलाई के दौरान 28 कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लाने की मंजूरी दी है। इन निर्गमों के जरिए कुल 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
जिन फर्मों ने आईपीओ लाने के लिए नियामक की मंजूरी हासिल की है, उनमें लाइफस्टाइल रिटेल ब्रांड फैबइंडिया, एफआईएच मोबाइल्स और फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी समूह की सहायक कंपनी- भारत एफआईएच, टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्युशंस, ब्लैकस्टोन समर्थित आधार हाउसिंग फाइनेंस और मैकलियोड्स फार्मास्युटिकल्स एंड किड्स क्लिनिक इंडिया शामिल हैं।
मर्चेंट बैंकरों ने कहा कि इन फर्मों ने अभी तक अपने आईपीओ लाने की तारीख घोषित नहीं की है और निर्गम के लिए सही समय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाजार की मौजूदा स्थितियां चुनौतीपूर्ण हैं।
आनंद राठी इनवेस्टमेंट बैंकिंग के निदेशक और इक्विटी पूंजी बाजार के प्रमुख प्रशांत राव ने कहा, ‘‘मौजूदा माहौल चुनौतीपूर्ण है और जिन कंपनियों के पास मंजूरी है, वे आईपीओ लाने के लिए सही वक्त का इंतजार कर रही हैं।’’
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार कुल 28 कंपनियों ने अप्रैल-जुलाई 2022-23 के दौरान आईपीओ के जरिए पूंजी जुटाने के लिए नियामक की मंजूरी हासिल की।
इन फर्मों से कुल मिलाकर 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है।
चालू वित्त वर्ष में अब तक 11 कंपनियां आईपीओ के जरिए 33,254 करोड़ रुपये जुटा चुकी हैं। इसमें एक बड़ा हिस्सा (20,557 करोड़ रुपये) एलआईसी के आईपीओ का था।
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