नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘को-लोकेशन’ घोटाला मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी चित्रा रामकृष्ण और पूर्व समूह परिचालन अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है।
‘को-लोकेशन’ मामला शुल्क लेकर एक्सचेंज के सर्वर के पास कारोबारियों को कंप्यूटर लगाने की सुविधा देने और आंकड़े प्राप्त करने में गड़बड़ी से जुड़ा है।
रामकृष्ण और सुब्रमण्यम दोनों न्यायिक हिरासत में हैं। दोनों को सीबीआई ने क्रमश: छह मार्च और 25 फरवरी को गिरफ्तार किया था।
विशेष अदालत में दाखिल आरोप पत्र में सीबीआई ने आरोप लगाया है कि रामकृष्ण ने महत्वपूर्ण फैसलों में अपने पद का दुरुपयोग किया। इसमें उनपर अन्य आरोप भी लगाये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 11 फरवरी को रामकृष्ण पर मुख्य रणनीतिक सलाहकार पद के लिये सुब्रमण्यम की नियुक्ति और बाद में उनके पदनाम में बदलाव कर समूह परिचालन अधिकारी तथा प्रबंध निदेशक का सलाहकार करने के मामले में कंपनी संचालन में चूक का आरोप लगाया था।
रामकृष्ण ने नियामक के समक्ष कहा था कि ‘हिमालय में रहने वाले योगी’ उन्हें निर्णय लेने में मदद कर रहे थे।
सीबीआई ने सेबी की ‘को-लोकेशन’ मामले में रिपोर्ट आने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया। जांच एजेंसी ने कहा कि ‘योगी’ कोई और नहीं बल्कि सुब्रमण्यम है और रामकृष्ण के फैसलों से कथित रूप से उसे लाभ हुआ।
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रमण अजय
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