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Thursday, 3 October, 2024
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विदेशी बाजारों में तेजी से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

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नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के कारण दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को सरसों, सोयाबीन, पामोलीन, सीपीओ, मूंगफली सहित लगभग सभी तेल-तिलहन की कीमतों में सुधार देखने को मिला। बाकी तेल-तिलहनों के भाव पूर्व-स्तर पर बंद हुए।

सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज में 2.15 प्रतिशत की तेजी रही जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में 1.5 प्रतिशत की तेजी दिखी। विदेशी बाजारों में तेजी के माहौल के बीच खाद्य तेलों की कमी होने से लगभग सभी खाद्य तेलों के भाव ऊंचे रहे। विदेशी तेलों के मुकाबले देशी तेल कहीं सस्ते हैं और शायद ऐसा पहली बार हुआ है कि पामोलीन जैसे तेल से भी सरसों का भाव नीचे है।

सूत्रों के मुताबिक, सोयाबीन और पामोलीन के आयातकों को इन तेलों का आयात करने में लगभग 300 रुपये प्रति क्विंटल का नुकसान है क्योंकि इनके मुकाबले देशी तेल कहीं ज्यादा सस्ते हैं। देशी तेलों और आयातित तेलों का अंतर बढ़ रहा है और आयातित तेल महंगे होते जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसी अटकलें चल रही हैं कि सरकार खाद्य तेलों की आपूर्ति बढ़ाने के मकसद से आयात शुल्क घटाने के बारे में विचार कर सकती है पर यह कदम पहले ही की तरह प्रतिगामी साबित हो सकता है। सूत्रों ने कहा कि शुल्क घटाये जाने के बाद विदेशों में खाद्य तेलों के दाम बढ़ा दिये जायेंगे और शुल्क घटाने का कदम आग में घी जैसा काम करेगा।

सूत्रों ने कहा कि खाद्य तेलों की जमाखोरी रोकने के लिए छापेमारी के बजाय सरकार को बड़ी कंपनियों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) की निगरानी पर ध्यान देना कहीं ज्यादा कारगर कदम साबित होगा और उपभोक्ताओं को इसका सीधा फायदा मिलेगा। इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि कोई भी कारोबारी मनमाफिक मात्रा में सोयाबीन, पामोलीन जैसे खाद्य तेलों का आयात कर सकता है और जब देशी तेलों के दाम आयातित तेलों के मुकाबले सस्ते हों, तो ऐसे में कोई आयातित तेलों की जमाखोरी क्यों करेगा?

तेल-तिलहन का उत्पादन बढ़ाना ही एक सही रास्ता हो सकता है और इससे हमें आत्मनिर्भरता हासिल हो सकती है।

बाकी तेल-तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

सोमवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 7,540-7,590 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,850 – 6,945 रुपये प्रति क्विन्टल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,850 रुपये प्रति क्विन्टल।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,625 – 2,815 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 15,100 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,385-2,460 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,435-2,535 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 17,000-18,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 17,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 16,450 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 15,580 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 14,250 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 15,620 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 16,300 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 15,050 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 7,800-7,850 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज 7,500-7,600 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का) 4,000 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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