नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) भारतीय निर्यातकों के संगठन फियो ने यूक्रेन के साथ जंग में उलझे रूस के साथ रुपये-रूबल विनिमय में द्विपक्षीय व्यापार शुरू करने के तरीके तलाशने का सरकार से अनुरोध किया है।
फियो के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि यूक्रेन पर हमला करने के कारण रूस पर लगे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रतिबंधों के कारण भारतीय निर्यातकों को रूस से भुगतान प्राप्त करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
फियो अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार को पांच-छह बैंकों को चिह्नित कर रुपये एवं रूबल में कारोबार करने की सुविधा शुरू करने पर ध्यान देना चाहिए। इससे भारत एवं रूस के बीच कारोबार सुगम हो सकेगा।
फरवरी के अंत में रूस ने यूक्रेन पर हमला शुरू किया तो अमेरिका एवं यूरोपीय देशों ने उसे भुगतान प्रणाली से प्रतिबंधित कर दिया। इसकी वजह से वह डॉलर में भुगतान नहीं कर पा रहा है।
शक्तिवेल ने कहा, ‘‘सरकार को रुपया-रूबल व्यापार का एक तरीका निकालना होगा। सरकार ने जिस तरह ईरान के साथ व्यापार में रास्ता निकाला था, वैसा ही रूस के मामले में भी निकालना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सुझाव है कि हम रूस से आयात रुपये में करें और रूस उस रुपये को अलग खाते में रखकर हमारे निर्यात के लिए भुगतान कर दे।’’ उन्होंने कहा कि असली मुद्दा रुपये के बरक्स रूबल के लिए विनिमय दर तय करना है।
वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने रूस को 3.2 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों का निर्यात किया, जबकि रूस से आयात 8.7 अरब डॉलर रहा है। भारत से रूस को निर्यात होने वाले प्रमुख उत्पादों में दवाएं, चाय, इलेक्ट्रिक मशीन एवं उपकरण, ऑर्गेनिक रसायन और वाहन शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि रूस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगने से भारतीय निर्यातकों के लिए नए कारोबारी मौके भी पैदा हुए हैं।
भाषा
प्रेम अजय
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