नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) भारत का इस्पात निर्यात आने वाले महीनों में मजबूत बने रहने की उम्मीद है। इसकी वजह यह है कि इस्पात कंपनियां ऊंची कीमतों और क्षेत्रीय मांग के कारण अपने उत्पादन का कुछ हिस्सा निर्यात करना चाहेंगी।
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि आने वाले महीनों में भारत का इस्पात निर्यात मजबूत बने रहने की उम्मीद है।
हालांकि यूक्रेन संकट के कारण कच्चे माल की लागत बढ़ने से स्टील कंपनियां कीमतों में आई तेजी का फायदा उठा पाने की हालत में नहीं हैं।
इसके बावजूद मूडीज को उम्मीद है कि सड़कों, रेलवे, बंदरगाहों और हवाईअड्डों के निर्माण पर सरकार के निरंतर ध्यान के बीच 2022 तक घरेलू मांग में लगभग 10 प्रतिशत की बढ़त का अनुमान है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘वाहन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की लंबित मांग में वृद्धि भी एक महत्वपूर्ण कारक है। वैसे सेमीकंडक्टर की कमी अभी भी कारों की बिक्री के लिए एक बाधा बनी हुई है।’
भाषा रिया प्रेम
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