(ललित के झा)
वाशिंगटन, 25 अप्रैल (भाषा) अमेरिका ने भारत को बौद्धिक संपदा (आईपी) के संरक्षण और प्रवर्तन के लिहाज से ‘दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण’ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उसने इसे प्राथमिकता निगरानी सूची में डाल दिया है।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) की तरफ से बौद्धिक संपदा अधिकारों के संरक्षण और प्रवर्तन पर जारी रिपोर्ट ‘विशेष 301’ में भारत का जिक्र किया गया है।
यह सालाना रिपोर्ट आईपी सुरक्षा और प्रवर्तन की वैश्विक स्थिति की वार्षिक समीक्षा करती है।
इस रिपोर्ट में भारत को अर्जेंटीना, चिली, चीन, इंडोनेशिया, रूस और वेनेजुएला के साथ रखा गया है। यूएसटीआर ने कहा कि ये देश आने वाले साल में विशेष रूप से गहन द्विपक्षीय जुड़ाव का विषय होंगे। इस वर्ष डोमिनिकन गणराज्य को निगरानी सूची से हटा दिया गया है।
यूएसटीआर रिपोर्ट कहती है कि ट्रेडमार्क उल्लंघन की जांच समेत कुछ मुद्दों को संबोधित करने में भारत-अमेरिका व्यापार नीति मंच के तहत प्रगति हुई है, लेकिन लंबे समय से चली आ रही कई चिंताएं अब भी बरकरार हैं।
इनमें अपर्याप्त आईपी प्रवर्तन शामिल है, जिसमें ऑनलाइन चोरी की उच्च दर, एक व्यापक ट्रेडमार्क विरोध बैकलॉग और व्यापार रहस्यों की रक्षा के लिए अपर्याप्त कानूनी साधन शामिल हैं।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन तेई ने कहा, ‘विशेष 301 रिपोर्ट में उजागर किए गए कई मुद्दे हमारे सहयोगियों और भागीदारों से सहयोगपूर्ण प्रयासों की मांग करते हैं।’
यूएसटीआर ने कहा, ‘भारत ने अपने आईपी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए काम किया है लेकिन कई लंबे समय से चली आ रही आईपी चिंताओं पर प्रगति की कमी बनी हुई है। भारत आईपी की सुरक्षा और प्रवर्तन के संबंध में दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है।”
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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