मुंबई, 28 अप्रैल (भाषा) घरेलू शेयर बाजारों में एक दिन की गिरावट के बाद बृहस्पतिवार को तेजी लौटी और बीएसई सेंसेक्स 702 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इन्फोसिस में लिवाली से बाजार में मजबूती आई।
वायदा एवं विकल्प खंड में मासिक अनुबंधों के समाप्त होने के बीच तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 701.67 अंक यानी 1.23 प्रतिशत उछलकर 57,521.06 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 971.46 अंक तक चढ़ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 206.65 अंक यानी 1.21 प्रतिशत चढ़कर 17,245.05 अंक पर बंद हुआ।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार में तेजी लौटी और मासिक वायदा एवं विकल्प अनुबंध का सत्र अच्छे लाभ के साथ समाप्त हुआ। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के साथ दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, ऊर्जा, बैंक और आईटी शेयरों में अच्छी लिवाली से बाजार में मजबूती आई।’’
सेंसेक्स के शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर लि. सबसे अधिक 4.55 प्रतिशत मजबूत हुआ। कंपनी के मार्च, 2022 को समाप्त चौथी तिमाही में बेहतर वित्तीय परिणाम से उसका शेयर चढ़ा है। कंपनी के घरेलू कारोबार में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इसके अलावा एशियन पेंट्स (3.18 प्रतिशत), एनटीपीसी, पावरग्रिड (2.79 प्रतिशत), एनटीपीसी (2.67 प्रतिशत) लार्सन एंड टुब्रो (2.47 प्रतिशत), भारतीय स्टेट बैंक (2.02 प्रतिशत), इन्फोसिस (1.94), एक्सिस बैंक (1.81 प्रतिशत) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.49 प्रतिशत) प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
रिलायंस इंडसट्रीज के साथ त्रिपक्षीय भागीदारी के तहत जेम्स मर्डोक की लूपा सिस्टम्स के निवेश उद्यम बोधि ट्री सिस्टम्स और स्टार एंड डिज्नी इंडिया के पूर्व चेयरमैन उदय शंकर ने प्रसारण सेवा से जुड़ी कंपनी वायकॉम18 में 13,500 करोड़ रुपये का निवेश करने की बुधवार को घोषणा की। इससे रिलायंस का शेयर मजबूत हुआ।
रिलायंस इंडस्ट्रीज पहली भारतीय कंपनी है, जिसका बाजार मूल्यांकन 250 अरब डॉलर को पार कर गया है।
इसके उलट, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एचडीएफसी बैंक में गिरावट रही।
कोटक सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘अप्रैल महीने के वायदा एवं विकल्प के मासिक सौदों के निपटान के अंतिम दिन बाजार में अच्छी तेजी रही…निवेशकों के लिये उतार-चढ़ाव अब नया चलन बन गया है। बढ़ती मुद्रास्फीति, नीतिगत दरों में वृद्धि की संभावना और तेल कीमतो में तेजी से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है।’’
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘…एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) जहां बिकवाली कर रहे हैं वहीं घरेलू निवेशक सकारात्मक हैं और उनका ध्यान खपत और बुनियादी ढांचा तथा पूंजीगत सामान जैसे घरेलू वृद्धि से जुड़े शेयरों पर है।’’
उन्होंने कहा कि वैश्विक कारोबार हल्का होने से अल्पकाल में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। हमारा सुझाव है कि निवेशक घरेलू वृद्धि से जुड़े शेयरों पर ध्यान रखें।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग, चीन का शंघाई कंपोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर के कारोबार में तेजी रही।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत फिसलकर 105.33 डॉलर प्रति बैरल रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 4,064.54 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
भाषा रमण अजय
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