नासिक, चार मई (भाषा) केंद्र सरकार के शनिवार को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने के बाद महाराष्ट्र के नासिक जिले के लासलगांव मंडी में इसकी कीमतें औसतन 200 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गईं।
लासलगांव में कृषि उत्पादन बाजार समिति (एपीएमसी) को भारत में सबसे बड़ा थोक प्याज बाजार बताया जाता है।
इससे पूर्व दिन में सरकार ने लोकसभा चुनावों के बीच प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटा दिया, लेकिन 550 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) लगा दिया। शुक्रवार रात सरकार ने प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क लगाया था।
एपीएमसी के अध्यक्ष बालासाहेब क्षीरसागर ने कहा, ‘‘बाजार में कुछ बढ़ोतरी हुई है। औसत कीमतों में लगभग 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। इस फैसले से किसानों को फायदा होगा, लेकिन वास्तविक प्रभाव सोमवार को पता चलेगा जब बाजार फिर से खुलेगा।’’
सूत्रों ने बताया कि दिन के दौरान लगभग 200 क्विंटल प्याज एपीएमसी में पहुंचा।
उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के आधार पर कीमतें 801 रुपये, 2,551 रुपये और 2,100 रुपये प्रति क्विंटल के बीच थीं।
बाजार में एक किसान ने एक समाचार चैनल को बताया कि निर्यात प्रतिबंध हटाना एक अच्छा निर्णय है, लेकिन इसे कम से कम एक साल तक लागू रहना चाहिए।
एक अन्य व्यक्ति ने कहा, निर्यात शुल्क से प्याज उत्पादकों का मुनाफा कम हो जाएगा।
एक किसान ने पूछा, ‘‘प्रतिबंध के कारण हमें जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई कौन करेगा।’’
सरकार ने आठ दिसंबर 2023 को 31 मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। मार्च में इस प्रतिबंध को अगले आदेश तक बढ़ा दिया गया।
महाराष्ट्र में किसानों ने प्रतिबंध का विरोध किया था, जबकि विपक्षी कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधा था।
भाषा राजेश राजेश पाण्डेय
पाण्डेय
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