नयी दिल्ली, पांच मई (भाषा) देश ने चालू विपणन वर्ष 2021-22 में अब तक 70 लाख टन चीनी का निर्यात किया है। उद्योग संगठन इस्मा ने बृस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि चीनी निर्यात वर्ष के दौरान 90 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है।
ब्राजील के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने एक बयान में कहा कि देश का चीनी उत्पादन चालू विपणन वर्ष में अप्रैल तक बढ़कर 3.42 करोड़ टन हो गया है, जो एक साल पहले इसी अवधि में तीन करोड़ टन था।
चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।
देश ने विपणन वर्ष 2020-21 में रिकॉर्ड 72.3 लाख टन चीनी का निर्यात किया था। इसमें ज्यादातर निर्यात सरकारी अनुदान की मदद से किए गए थे।
इस्मा ने कहा, ‘व्यापार से जुड़ी विभिन्न रिपोर्ट के अनुसार, अब तक लगभग 82-83 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध किया गया है। इसमें से लगभग 68 लाख से 70 लाख टन चीनी अप्रैल तक निर्यात होने का अनुमान है।’
संगठन के अनुसार इसके आधार पर अनुमान है कि चालू विपणन वर्ष में भारतीय चीनी उद्योग 90 लाख टन से अधिक निर्यात कर सकता है।
इस साल चीनी का निर्यात बिना सरकारी अनुदान के किया जा रहा है।
इस्मा ने चीनी उत्पादन पर कहा कि यह 2021-22 विपणन वर्ष की अक्टूबर-अप्रैल अवधि के दौरान एक साल पहले इसी अवधि के मुकाबले 14 प्रतिशत बढ़कर 3.42 करोड़ टन पर पहुंच गया है।
देश के प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन चालू विपणन वर्ष के अप्रैल तक बढ़कर 1.32 करोड़ टन पर पहुंच गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 1.05 करोड़ टन उत्पादन हुआ था।
देश के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में उत्पादन चालू विपणन वर्ष में अब तक घटकर 98.9 लाख टन रह गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1.05 करोड़ टन था।
देश के तीसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक में इस साल अप्रैल तक उत्पादन बढ़कर 59 लाख टन रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 42.4 लाख टन रहा था।
भाषा रिया रमण
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