नयी दिल्ली, सात मई (भाषा) वाहन विनिर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और टोयोटा समूह की अन्य फर्मों ने शनिवार को कहा कि वे इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के स्थानीय स्तर पर उत्पादन के लिए कर्नाटक में लगभग 4,800 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) टोयोटा किर्लोस्कर ऑटो पार्ट्स (टीकेएपी) के साथ मिलकर 4,100 करोड़ रुपये लगाएगी। वहीं एक अन्य कंपनी टोयोटा इंडस्ट्रीज इंजन इंडिया (टीआईईआई) 700 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
टीकेएम और टीकेएपी ने शनिवार को इस संबंध में कर्नाटक सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
टीकेएम के कार्यकारी उपाध्यक्ष विक्रम गुलाटी ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘टोयोटा समूह और टीआईईआई मिलकर लगभग 4,800 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। हम इसे ‘गो ग्रीन, गो लोकल’ की भावना से कर रहे हैं और हमारा उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन में तेजी से कमी लाने के मिशन में योगदान देना है।“
उन्होंने कहा कि ईवी उपकरणों का स्थानीय स्तर पर विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के अलावा रोजगार सृजन और स्थानीय सामुदायिक विकास को गति देगा।
गुलाटी ने कहा, ‘टीकेएम और टीकेएपी मिलकर करीब 3,500 नए रोजगार देंगी। आपूर्ति शृंखला विकसित होने के साथ ही यह संख्या और बढ़ेगी।’
इस मौके पर टीकेएम के वाइस चेयरमैन विक्रम एस किर्लोस्कर ने कहा कि टोयोटा समूह की कंपनियों ने पहले ही 11,812 करोड़ रुपये का निवेश किया है और 8,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।
इस एमओयू पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और किर्लोस्कर ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर राज्य के वृहद एवं मध्यम उद्योग मंत्री मुरुगेश आर निरानी भी मौजूद थे।
भाषा प्रेम
प्रेम
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.