नयी दिल्ली, दो मई (भाषा) सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बायो-एथनॉल, सीएनजी एवं एलएनजी जैसे वैकल्पिक ईंधनों का उत्पादन और कारोबार करने वाली कंपनियों को प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की तरह ऋण देने की वकालत की है।
गडकरी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि एथनॉल के कैलोरी मान को पेट्रोल के बराबर लाने का इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) का परीक्षण सफल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘वैकल्पिक ईंधन के उत्पादन या कारोबार से जुड़े लोगों को प्राथमिकता वाले क्षेत्र की ऋण श्रेणी में शामिल किया जाना चाहिए। मैं इस मुद्दे पर वित्त मंत्री और रिजर्व बैंक गवर्नर से बात करूंगा।’’
प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को दी जाने वाली ऋण सुविधा मिलने से वैकल्पिक ईंधन उत्पादन या व्यवसाय में लगी संस्थाओं को आसान शर्तों पर बैंकों से ऋण प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
गडकरी ने कहा कि बायो-एथनॉल में लगी कंपनियों को प्राथमिकता पर ऋण दिए जाने से भारत में जीवाश्म ईंधन का आयात कम करने में मदद मिलेगी।
गडकरी ने कहा कि वह सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री से मिलने पर उन्हें सुझाव देंगे कि वह दूरसंचार कंपनियों को आईटी टावर डीजल के बजाय एथनॉल से चलने वाले जनरेटर से चलाने का निर्देश दें।
भाषा प्रेम अजय
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