नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय ने ई-कॉमर्स मंचों पर नकली और ‘असली की तरह दिखने वाले सस्ते उत्पादों’ की बिक्री पर चिंता जताते हुए इस तरह के व्यापार पर रोक लगाने की लिए कहा है।
न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने महिलाओं की स्वच्छता वाले उत्पादों के विनिर्माता और विक्रेताओं की तरफ से ऑनलाइन मंचों पर असली जैसे दिखने वाले और नकली उत्पादों की बिक्री के खिलाफ याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की है।
न्यायाधीश ने पाया कि नकली उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है और इन्हें ई-कॉमर्स मंचों पर बिक्री के लिए पेश किया जा रहा है।
यह देखते हुए न्यायाधीश ने ई-कॉमर्स मंचों……स्नैपडील, मीशो और अमेजन को आपत्तिजनक उत्पादों को हटाने और उनकी पूरी सूची भी देने का निर्देश दिया है।
न्यायालय ने 25 अप्रैल को जारी अपने आदेश में कहा, ‘‘अदालत ने कई मामलों में देखा है कि नकली और असली जैसे दिखने वाले उत्पादों को बेचने के लिए ई-कॉमर्स मंचों का इस्तेमाल किया जा रहा है। वर्तमान मामला उसी का एक उदाहरण है।’’
अदालत ने कहा, ‘‘इस तरह के नकली उत्पादों की बिक्री इंटरनेट पर प्रचलित हो गई है। ट्रेडमार्क के मालिकों के साथ-साथ इन उत्पादों को खरीदने वाले ग्राहकों की सुरक्षा के लिए इस तरह के उत्पादों को बिक्री पर रोक लगाने की आवश्यकता है।’’
अदालत ने इसके अलावा प्रतिवादी विक्रेता को वादी के उत्पादों के समान या भ्रामक समान चिह्न वाले किसी भी उत्पाद के निर्माण, बिक्री, विज्ञापन, वितरण को रोकने का भी निर्देश दिया है।
भाषा जतिन अजय
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