नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश का मकसद नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) जैसे संस्थानों के जरिये विभिन्न पक्षों को मंच और सहयोग के अवसर देकर अनुसंधान परिवेश सृजित करना है।
नीति आयोग के यहां एक कार्यक्रम के दौरान कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मामलों के राज्यमंत्री सिंह ने देश में समस्या के समाधान करने वाली नवीन मानसिकता का सृजन सुनिश्चित करने के लिये एक समग्र दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने तथा स्कूलों, विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों में उद्यमिता का परिवेश बनाने के लिये अटल इनोवेशन मिशन को बधाई दी।
इसी कार्यक्रम में केन्द्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि अटल इनोवेशन मिशन ने हाल ही में अपनी स्थापना के छह वर्ष पूरे किये हैं। यह सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के दृष्टिकोण का पूरक है।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएं समस्या-समाधान मानसिकता पैदा करके स्कूली शिक्षा में एक आदर्श बदलाव ला रही हैं। जबकि अटल इनक्यूबेशन सेंटर नवोन्मेष के माध्यम से परिवर्तन लाने के लिये भारत के युवाओं को एक मंच प्रदान कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान 44 नये यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाले स्टार्टअप) बने। यह बड़ी उपलब्धि है।
आयोजन के दौरान, परिवहन और आवाजाही पर केन्द्रित ई-पुस्तक ‘इनोवेशन फॉर यू’ का तीसरा संस्करण भी जारी किया गया।
भाषा
रमण अजय
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