scorecardresearch
Sunday, 17 November, 2024
होमदेशअर्थजगतफ्यूचर समूह अब अपनी कंपनियों के पुनर्गठन पर देगा ध्यान: उद्योग सूत्र

फ्यूचर समूह अब अपनी कंपनियों के पुनर्गठन पर देगा ध्यान: उद्योग सूत्र

Text Size:

नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) कर्ज में डूबा फ्यूचर समूह रिलायंस रिटेल के साथ 24,713 करोड़ रुपये का सौदा समाप्त होने के बाद अपनी कंपनियों को पटरी पर लाने और उन्हें पुनर्गठित करने पर ध्यान देगा। इन कंपनियों में फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन, फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस, फ्यूचर कंज्यूमर और फ्यूचर एंटरप्राइजेज शामिल हैं। उद्योग सूत्रों ने यह जानकारी दी।

सुरक्षित माने जाने वाले कर्जदाताओं ने रिलायंस रिटेल के साथ सौदे को मंजूरी नहीं दी है। उसके बाद उक्त संभावना जतायी गयी है।

हालांकि, फ्यूचर समूह की प्रमुख कंपनी फ्यूचर रिटेल लि. (एफआरएल) को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष ऋण शोधन अक्षमता समाधान प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। कंपनी के ऊपर 18,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।

फ्यूचर समूह से जुड़े सूत्रों ने कहा कि फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एफईएल), फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन लिमिटेड (एफएलएफएल), फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस लिमिटेड (एफएससीएसएल), फ्यूचर कंज्यूमर लिमिटेड (एफसीएल) जैसी अन्य कंपनियां अपने दम पर बाजार में टिक सकती हैं और मौजूदा कर्जदाताओं तथा निवेशकों की मदद से अपनी देनदारियों का पुनर्गठन करके नये सिरे से काम शुरू सकती हैं।

एक सूत्र ने कहा, ‘‘फ्यूचर एंटरप्राइजेज के ऊपर 5,000 करोड़ रुपये का कर्ज है और कंपनी अपनी हिस्सेदारी फ्यूचर जनरली इंडिया इंश्योरेंस कारोबार को बेच रही है। उसे करीब 3,000 करोड़ रुपये मिल रहे हैं। सौदा लगभग पूरा हो चुका है। इससे एफईएल के ऊपर कर्ज कम हो जाएगा और जो ऋण बचेगा, उसका वह प्रबंधन कर सकती है।’’

दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली फ्यूचर कंज्यूमर लिमिटेड के पास कर्नाटक के तुमकुर में 110 एकड़ में फैला ‘फूड पार्क’ है। कंपनी के पुनर्निर्माण में इसका लाभ उठाया जा सकता है।

सूत्र ने कहा कि फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस के देशभर में गोदाम हैं। कंपनी के पास नागपुर में देश का सबसे बड़े और स्वचालित वितरण केंद्रों में से एक है। इसीलिए निवेशक इन कंपनियों को आगे बढ़ाने और पुनर्निर्माण करने को अधिक इच्छुक होंगे।

इस बारे में संपर्क किये जाने पर फ्यूचर समूह ने कुछ भी कहने से मना कर दिया।

उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. ने शनिवार को फ्यूचर ग्रुप के खुदरा, थोक, लॉजिस्टिक और गोदामों से जुड़ी संपत्तियों के अधिग्रहण को लेकर 24,713 करोड़ रुपये के प्रस्तावित सौदे को रद्द कर दिया। किशोर बियाणी की अगुवाई वाली कंपनियों के सुरक्षित कर्जदाताओं ने सौदे के खिलाफ मतदान किया।

फ्यूचर ग्रुप के फैशन कारोबार से जुड़ी फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन लिमिटेड (एफएलएफएल) ने अब तक किसी भी कर्ज भुगतान में चूक नहीं की है और समूह अपने कुछ प्रमुख ब्रांड को बेचकर कोष जुटा सकता है।

एफएलएफएल के कारोबार में कोरोना महामारी के बाद अच्छा सुधार हुआ है और परिचालन लागत में 20 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।

उधर, फ्यूचर रिटेल के वित्तीय कर्जदार बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने एनसीएलटी की मुंबई पीठ के समक्ष आवेदन देकर कंपनी के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने का आग्रह किया है।

एनसीएलटी ने अभी ऋण शोधन मामले में एफआरएल के खिलाफ सुनवाई शुरू नहीं की है।

फ्यूचर रिटेल के खिलाफ हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज लि. जैसे परिचालन से जुड़ा कर्ज देने वाले कर्जदाताओं ने भी ऋण शोधन याचिका दायर कर रखी है।

भाषा

रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments