नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) कर्ज में डूबे फ्यूचर समूह की कंपनी फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड ऋण चुकाने के लिए बीमा कारोबार में अपनी हिस्सेदारी बेचकर करीब 3,000 करोड़ रुपये जुटाएगी। उद्योग सूत्रों ने बताया कि इससे कंपनी दिवाला प्रक्रिया में जाने से बच सकती है।
बृहस्पतिवार को फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एफईएल) ने अपने संयुक्त उपक्रम फ्यूचर जनरली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (एफजीआईआईसीएल) में जनरली को 25 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री की प्रक्रिया पूरी कर ली थी। यह सौदा 1,266.07 करोड़ रुपये में हुआ।
इसके बाद भी एफजीआईआईसीएल में एफईएल की प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से 24.91 फीसदी हिस्सदेारी बनी रहेगी।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘अगले 30 से 40 दिन के भीतर वे साधारण बीमा कारोबार में बाकी की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,250 करोड़ रुपये में अन्य कंपनी को बेचेंगे।’’
इसके अलावा एफईएल की जीवन बीमा के संयुक्त उपक्रम फ्यूचर जनरली इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (एफजीआईएलआईसीएल) में 33.3 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की भी योजना है।
उन्होंने बताया, ‘‘अलग-अलग सौदों में जीवन बीमा कारोबार में बाकी की 33 फीसदी हिस्सेदारी भी जनरली और एक अन्य भारतीय कंपनी को 400 करोड़ रुपये से कुछ अधिक राशि में बेची जाएगी।’’ सूत्र ने बताया कि इसके साथ ही किशोर बियाणी के समूह की कंपनी बीमा कारोबार से पूरी तरह बाहर हो जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि इन सौदों के जरिये एफईएल करीब 2,950 करोड़ रुपये जुटाएगी और इससे अपने कर्जदाताओं को भुगतान करेगी।
सूत्र ने कहा, ‘‘फ्यूचर ग्रुप की यह सारी कवायद इसलिए है ताकि विभिन्न कंपनियों का इतना कर्ज चुकाया जा सके कि वे नियमित हो सकें और दिवाला कार्यवाही का सामना करने से बच सकें।
एफईएल 31 मार्च तक विभिन्न बैंकों के गठजोड़ और कर्जदाताओं को 2,911.51 करोड़ रुपये का भुगतान करने से चूक गई थी।
पिछले शुक्रवार को फ्यूचर समूह की एक अन्य कंपनी फ्यूचर कंज्यूमर लिमिटेड ने अमर चित्र कथा प्राइवेट लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी 13.62 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की थी।
भाषा मानसी अजय
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