नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) देश में दूरसंचार उपभोक्ताओं की संख्या इस साल फरवरी में घटकर 116.60 करोड़ रह गई। इस दौरान रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों के मोबाइल ग्राहकों की संख्या में गिरावट आई। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के मंगलवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
आंकड़ों के मुताबिक, मोबाइल खंड में भारती एयरटेल एकमात्र कंपनी रही जिसके कनेक्शनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई।
वहीं फिक्स्ड लाइन ग्राहक आधार में वृद्धि जारी रही। निजी दूरसंचार ऑपरेटरों की बाजार हिस्सेदारी इस खंड में बढ़ी है जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों – बीएसएनएल और एमटीएनएल ने अपने ग्राहक गंवाए हैं।
ट्राई की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘भारत में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या जनवरी, 2022 के अंत के 116.94 करोड़ से घटकर फरवरी, 2022 के अंत में 116.60 करोड़ रह गई। यह 0.29 प्रतिशत की गिरावट है।’’
उत्तर प्रदेश पूर्व, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा को छोड़कर पूरे देश में दूरसंचार सर्किलों में मोबाइल ग्राहकों की संख्या में गिरावट आई।
फरवरी लगातार तीसरा महीना था जब रिलायंस जियो ने अपने मोबाइल ग्राहक गंवाए हैं। कंपनी के मोबाइल ग्राहकों की संख्या 36.6 लाख घटकर 40.27 करोड़ रह गई।
वोडाफोन आइडिया (वीआई) के मोबाइल ग्राहकों की संख्या में भी गिरावट आई। इसने 15.32 लाख मोबाइल ग्राहकों को खो दिया, जबकि बीएसएनएल और एमटीएनएल के क्रमशः 1.11 लाख और 5,097 कनेक्शन कम हुए।
भारती एयरटेल ने फरवरी में 15.91 लाख नए ग्राहक जोड़े।
ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘वायरलाइन ग्राहकों की संख्या जनवरी, 2022 के अंत के 2.42 करोड़ से बढ़कर फरवरी, 2022 के अंत में 2.45 करोड़ हो गई। 1.27 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर के साथ वायरलाइन ग्राहक आधार में शुद्ध रूप से 3.1 लाख की वृद्धि हुई।
रिलायंस जियो ने वायरलाइन खंड में सबसे अधिक 2.44 लाख नए ग्राहकों को जोड़ा। इसके बाद भारती एयरटेल ने 91,243 ग्राहक जोड़े, फिर वोडाफोन आइडिया ने 24,948, क्वाड्रेंट ने 18,622 और आखिरी में टाटा टेलीसर्विसेज ने 3,772 ग्राहक जोड़े।
बीएसएनएल और एमटीएनएल की इस खंड में संयुक्त रूप से 49.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इन कंपनियों ने क्रमशः 49,074 और 21,900 फिक्स्ड लाइन ग्राहक गंवाए।
देश में ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या फरवरी में मामूली घटकर 78.33 करोड़ रह गई, जो जनवरी में 78.34 करोड़ थी।
भाषा रिया रिया अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.