नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) मुख्य रूप से खाद्य तेल कारोबार से जुड़ी कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि वह प्रवर्तक समूह पतंजलि आयुर्वेद के गैर-खाद्य कारोबार का अधिग्रहण करने के प्रस्ताव का मूल्यांकन करेगी।
हालांकि कंपनी ने गैर-खाद्य उत्पादों की उन श्रेणियों का उल्लेख नहीं किया है जिनका वह अधिग्रहण करने के बारे में सोच रही है। लेकिन सूत्रों ने कहा कि वह दांतों की देखभाल, घरेलू देखभाल, व्यक्तिगत देखभाल श्रेणियों के उत्पाद हासिल करने पर विचार करेगी।
बाबा रामदेव की अगुवाई वाले प्रवर्तक समूह के कुल कारोबार में इन उत्पादों की हिस्सेदारी 50-60 प्रतिशत है।
पतंजलि फूड्स ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने गैर-खाद्य व्यवसाय उपक्रम की बिक्री के लिए पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड से मिले शुरुआती प्रस्ताव पर चर्चा की है।
कंपनी ने कहा, ‘निदेशक मंडल ने पतंजलि आयुर्वेद के गैर-खाद्य पोर्टफोलियो के साथ तालमेल बढ़ाने के सबसे कुशल तरीके का मूल्यांकन करने के लिए अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।’
निदेशक मंडल ने कंपनी अधिकारियों को इसकी जांच-परख करने, पेशेवरों को नियुक्त करने, प्रस्ताव के नियमों एवं शर्तों पर बातचीत करने और आगे के विचार के लिए ऑडिट समिति और निष्कर्षों की जानकारी देने के लिए भी अधिकृत किया।
पतंजलि फूड्स ने अपने उत्पादों को मजबूत करने के लिए मई, 2021 में 60.03 करोड़ रुपये में पतंजलि नेचुरल बिस्कुट प्राइवेट लिमिटेड के बिस्कुट व्यवसाय का अधिग्रहण किया था।
इसके अलावा उसने जून, 2021 में 3.50 करोड़ रुपये में नूडल्स एवं नाश्ता अनाज व्यवसाय और मई, 2022 में पतंजलि आयुर्वेद से 690 करोड़ रुपये में खाद्य व्यवसाय भी हासिल कर लिया था।
वर्ष 1986 में गठित पतंजलि फूड्स लिमिटेड (पूर्व में रुचि सोया इंडस्ट्रीज) दैनिक उपभोग के उत्पाद बनाने वाली अग्रणी कंपनियों में शामिल है।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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