(बरूण झा)
दावोस, 23 मई (भाषा) विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने सोमवार को जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिये भारत की प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) का एक गठबंधन बनाये जाने की घोषणा की। यह गठबंधन कार्बन उत्सर्जन में तेजी से कमी लाने की दिशा में काम करेगा।
कीर्ने और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के बीच सहयोग से यह गठबंधन… ‘अलायंस ऑफ साईओ क्लाइमेट एक्शन लीडर्स इंडिया’… बना है। इसमें भारत की प्रमुख कंपनियों के सीईओ शामिल हैं।
गठबंधन मंच के जलवायु कार्य मंच का हिस्सा है और ‘सीईओ क्लाइमेट लीडर्स’ तथा ‘फर्स्ट मूवर्स कोएलिशन’ जैसी वैश्विक परियोजनाओं से मिली सीख के आधार पर इसका गठन किया गया है।
डब्ल्यूईएफ ने कहा कि यह सरकार, कंपनियों और अन्य संबंधित पक्षों को एक मंच पर लाएगा। इससे भारत के महत्वाकांक्षी 2070 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।
‘अलायंस ऑफ साईओ क्लाइमेट एक्शन लीडर्स इंडिया’ के सह-अध्यक्ष और रिन्यू पावर के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुमंत सिन्हा ने कहा, ‘‘एक प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था के रूप में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है। भारतीय कंपनियों को वैश्विक तापमान में वृद्धि से निपटने के लिये देश के प्रयासों के साथ-साथ वैश्विक कदमों में अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास करने चाहिए।’’
यह गठबंधन शुद्ध रूप से शून्य उत्सर्जन वाली आर्थिक वृद्धि समेत जलवायु परिवर्तन से निपटने से जुड़े लक्ष्यों को हासिल करने में योजना बनाने और उसके क्रियान्वयन में सीईओ को समर्थन देने में उच्चस्तरीय मंच के रूप में काम करेगा।
भाषा
रमण अजय
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