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Saturday, 5 October, 2024
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कई निर्यातकों को रूस को किए गए निर्यात का भुगतान मिला, बाकी के लिए प्रयास जारी

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नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) कई निर्यातकों को रूस-यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के दिन यानी 24 फरवरी से पहले रूस को किए गए निर्यात के लिए लंबित भुगतान मिल गए हैं और बाकी बचे भुगतान की निकासी के लिए वित्तीय सेवा विभाग बैंकों के संपर्क में बना हुआ है।

भारतीय निर्यातक संगठन महासंघ (फियो) ने मार्च में विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) को बताया था कि भारतीय निर्यातकों का रूस में लगभग 40-50 करोड़ डॉलर का भुगतान फंसा हुआ है।

एक अधिकारी के मुताबिक, डीजीएफटी ने वित्तीय सेवा विभाग के साथ यह जानकारी साझा की थी। उसके बाद से लगभग 60 प्रतिशत निर्यातकों ने रूसी खरीदारों से अपना भुगतान प्राप्त कर लिया है और शेष के लिए विभाग भुगतान सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है।

मुंबई स्थित निर्यातक और टेक्नोक्राफ्ट इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष शारदा कुमार सराफ ने कहा कि कुछ निर्यातकों को रूस से उनका फंसा हुआ भुगतान मिला है लेकिन अब यह सिलसिला बंद हो गया है। सराफ ने कहा, ‘‘सरकार को निर्यात को बढ़ावा देने के लिए रूस के साथ तुरंत रुपया-रूबल व्यापार शुरू करना चाहिए।’’

लुधियाना स्थित हैंड टूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एस सी रल्हन ने भी कहा कि कई निर्यातकों को उनका बकाया मिल गया है क्योंकि सभी बैंक प्रतिबंधों के तहत नहीं हैं। रल्हन ने कहा, ‘‘सरकार को इस मामले में तुरंत कुछ फैसला लेना चाहिए क्योंकि इससे हमारे निर्यात में बाधा आ सकती है और उन्हें रुपये-रूबल व्यापार की अनुमति देनी चाहिए।’’

फियो के उपाध्यक्ष खालिद खान ने कहा कि फार्मा और खाद्य जैसे क्षेत्रों में सक्रिय निर्यातकों को भुगतान मिल रहा है। लेकिन अभी भी कई निर्यातकों को रूस से भुगतान पाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को सभी क्षेत्रों से भुगतान स्वीकार करने के लिए बैंकों को स्पष्ट निर्देश देना चाहिए।

फियो के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि जहां निर्यातक लंबित भुगतानों के बारे में चिंतित हैं वहीं वे भुगतान चूक को लेकर ज्यादा फिक्रमंद नहीं हैं क्योंकि निर्यात आय वापस पाने के लिए कुछ व्यवस्था की जाएगी।

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं और उसे भुगतान प्रणालियों से अलग-थलग कर दिया है। इसकी वजह से व्यापार भुगतान की व्यवस्था प्रभावित हुई है। भारत से रूस को निर्यात की जाने वाली प्रमुख वस्तुओं में दवा उत्पाद, चाय, विद्युत मशीनरी और उपकरण, जैविक रसायन और वाहन शामिल हैं।

भाषा प्रेम मानसी

मानसी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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