जयपुर, दो अक्टूबर (भाषा) राजस्थान में विजयदशमी का त्योहार बृहस्पतिवार को पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया जहां लोगों ने कड़ी सुरक्षा के बीच रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले जलाए।
राज्य की राजधानी जयपुर में मानसरोवर, आदर्श नगर, सांगानेर, विद्याधर नगर और अन्य इलाकों के सार्वजनिक मैदानों में ‘बुराई पर अच्छाई की प्रतीकात्मक विजय’ देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। शाम को पुतलों के दहन के साथ ही आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठा। शहर के बाहरी इलाकों में भी इसी तरह के कार्यक्रम हुए। युवाओं और बच्चों ने उत्साह के साथ यह त्योहार मनाया।
हालांकि हाल में अचानक हुई बारिश से जयपुर में पुतले बनाने वालों को नुकसान हुआ। एक विक्रेता जगदीश जोगी ने कहा, ‘‘पुतलों को लेकर लोगों की उत्सुकता कायम है। हालांकि हाल ही के दिनों में अचानक हुई बारिश ने खलल डाला। फिर भी लोगों ने पुतले खरीदे।’’
उन्होंने बताया कि लोगों ने विशेष रूप से पांच से दस फुट के छोटे पुतले ज्यादा खरीदे क्योंकि वे कॉलोनियों और छोटी गलियों में जलाने के लिए आसानदायक होते हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) विशाल बंसल ने कहा कि विजयादशमी त्योहार के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जयपुर और अन्य जिलों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया था।
भाषा पृथ्वी राजकुमार
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