(श्रृति भारद्वाज)
नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) ने मुंबई के धारावी मॉडल के आधार पर राष्ट्रीय राजधानी की झुग्गी बस्तियों का पुनर्विकास करने की संभावना का पता लगाने के लिए नौ सदस्यीय एक समिति गठित की है।
एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, समिति की अध्यक्षता डीयूएसआईबी के अध्यक्ष करेंगे और इसमें मुख्य अभियंता, निदेशक, अधीक्षण अभियंता, कार्यकारी अभियंता और दो कनिष्ठ अभियंता सहित वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
आदेश में कहा गया है, ‘‘दिल्ली में धारावी मॉडल पर पुनर्वास को लागू करने की व्यवहार्यता का पता लगाने के लिए उपरोक्त अधिकारियों की एक समिति गठित की जा रही है।’’
आदेश में कहा गया है कि समिति धारावी मॉडल का विस्तृत अध्ययन करेगी और आकलन करेगी कि क्या इसे दिल्ली में अपनाया और लागू किया जा सकता है।
आदेश के मुताबिक यदि कार्यान्वयन व्यवहार्य पाया गया, तो समिति संभावित तौर-तरीकों, संस्थागत ढांचों और कार्यान्वयन तंत्रों का भी सुझाव देगी। समिति अन्य प्रासंगिक टिप्पणियां और सिफारिशें भी कर सकती है।
समिति को अपनी रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर प्रस्तुत करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 20 जून को घोषणा की थी कि दिल्ली सरकार शहर में 675 झुग्गी बस्तियों के पुनर्विकास के लिए धारावी मॉडल पर विचार कर रही है।
मुंबई में धारावी पुनर्विकास परियोजना का क्रियान्वयन एक विशेष उद्देश्यीय निकाय (एसपीवी) के माध्यम से किया जा रहा है, जो अदाणी समूह और महाराष्ट्र सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
भाषा धीरज अविनाश
अविनाश
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