नयी दिल्ली, 17 नवंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने दुबई से संचालित विदेशी मुद्रा व्यापार घोटाले में शामिल एक अंतरराज्यीय सिंडिकेट के साथ संबंधों के आरोप में एक निजी बैंक के बिक्री प्रबंधक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान फर्जी खाते मुहैया कराने वाले अनुराग कुमार, एक निजी बैंक के बिक्री प्रबंधक जीशान सैयद और धोखाधड़ी तथा जालसाजी में पूर्व में शामिल रहे प्रमुख संचालक हिमांशु गुप्ता के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि वे कथित तौर पर एक ऐसे नेटवर्क का हिस्सा थे, जिसने मुखौटा कंपनियां बनाईं और निवेश धोखाधड़ी से प्राप्त धन को सफेद करने के लिए कई फर्जी खाते खोले।
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरोह सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से लोगों को लुभाता था तथा फर्जी विदेशी मुद्रा व्यापार लाभ दिखाने के लिए डैशबोर्ड में हेराफेरी करता था।
इसके बाद लोगों को बार-बार पैसा जमा करने के लिए प्रेरित किया जाता था, जिसे बाद में ‘‘रीबूटज़ सिंक प्रोफेशनल्स प्राइवेट लिमिटेड’’ और ‘‘थिंकसिंक प्रोफेशनल्स प्राइवेट लिमिटेड’’ जैसी संस्थाओं के तहत बनाए गए खातों के एक नेटवर्क के माध्यम से भेजा जाता था।
पुलिस ने कहा कि इन कंपनियों की पूरी बैंकिंग किट – जिसमें एटीएम कार्ड, चेक बुक, खातों से जुड़े सिम कार्ड और नेट-बैंकिंग विवरण शामिल हैं – दुबई में बैठे साइबर अपराधियों के हवाले कर दी गई थीं।
उन्होंने बताया कि हैंडलर अब्दुल उर्फ विक्की फिलहाल जांच के दायरे में है।
तीनों आरोपियों को दिल्ली और फरीदाबाद में अलग-अलग अभियानों में गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने बताया कि अनुराग कुमार ने कथित तौर पर कई फर्जी खाते खोले और दो लाख रुपये के भुगतान पर उनका नियंत्रण अन्य आरोपियों को सौंप दिया।
पुलिस ने बताया कि अतिरिक्त सदस्यों की पहचान करने और धन के अंतरराष्ट्रीय प्रवाह का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
भाषा शोभना नरेश
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