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Sunday, 2 June, 2024
होमदेशमेरे काम को मेरे महिला होने से ना जोड़ा जाए : धारावाहिक निर्माता लीना गंगोपाध्याय

मेरे काम को मेरे महिला होने से ना जोड़ा जाए : धारावाहिक निर्माता लीना गंगोपाध्याय

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कोलकाता, नौ मार्च (भाषा) मशहूर धारावाहिक निर्माता लीना गंगोपाध्याय ने कहा कि वह केवल एक महिला के तौर पर पहचान नहीं बनाना चाहतीं।

कई फिल्मों का निर्माण और निर्देशन भी कर चुकी गंगोपाध्याय (52) ने कहा कि इसके बजाय वह यह निर्णय दर्शकों पर छोड़ देती हैं कि क्या एक महिला होने के नाते अपने काम में किसी ने अधिक संवेदनशीलता दिखाई है या नहीं।

गंगोपाध्याय ने फिल्म ‘भालो थेको’ (टेक केयर) की पटकथा लिखी थी, जिसका निर्देशन गौतम हलदर ने किया है और इसमें मुख्य भूमिका अदाकारा विद्या बालन ने निभाई थी। वह पश्चिम बंगाल महिला आयोग की प्रमुख भी हैं।

गंगोपाध्याय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ एक महिला होने के नाते मुझे घर और अपने काम से जुड़ी जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाना पड़ता है, मुझे लगता है कि आमतौर पर एक पुरुष को ऐसा नहीं करना पड़ता। ’’

उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते उन्हें किसी तरह के विरोध का कोई सामना नहीं करना पड़ा। गंगोपाध्याय ने कहा कि दर्शक बस चाहते हैं एक अच्छी, वास्तविकता के करीब कहानी, जिसे एक पुरुष या एक महिला कोई भी लिख सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे एक महिला होने के नाते कोई तरजीह नहीं चाहिए। बंगाली मनोरंजन उद्योग में अपने 19 साल के करियर में, मैंने अपनी भूमिका बदली है क्योंकि मैं अपने विचारों का बयां करना चाहती थी, अपने सपनों को पूरा करना चाहती थी और अपने रचनात्मक जुनून को अपने काम में दिखाना चाहती थी।’’

उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहती कि उनकी पहचान केवल एक महिला होने के नाते की जाए या उस तक सीमित हो। गंगोपाध्याय ने कहा, ‘‘ अगर दर्शकों ने धारावाहिक ‘माटी’, और ‘सांझबती’ में संवेदनाओं को देखा और इसे मेरे एक महिला होने से जोड़ा, तो वह उनका नजरिया है।’’

भाषा निहारिका धीरज

धीरज

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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