मुंबई: ठाणे जिले के डोंबिवली की 15 वर्षीय स्कूली छात्रा, जिसके साथ कथित तौर पर 33 पुरुषों ने आठ महीनों तक बलात्कार किया, ने पुलिस को बताया है कि उसे ड्रग्स दिया गया, शराब और हुक्का पीने को मजबूर किया गया, और यहां तक कि पुलिस को बताने पर जान से मारने की धमकी तक दी गई थी.
पुलिस ने कथित अपराध के लिए अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं. बाकी लोगों को पुलिस अभी तलाश रही है.
ठाणे पुलिस के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि 29 जनवरी 2021 से 22 सितंबर 2021 के बीच कम से कम सात मौकों पर कई आरोपियों ने लड़की का यौन उत्पीड़न किया था.
मुख्य आरोपी, जिसने कथित तौर पर उसके साथ पहले बलात्कार किया, ने एक वीडियो बना लिया था. बताया जाता है कि उसने इसका इस्तेमाल उसे ब्लैकमेल करने के लिए किया, और उसका शोषण और उत्पीड़न करता रहा. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसने धमकी दी थी कि अगर बात न मानी तो वह उसके परिवार को वीडियो दिखा देगा और इसे वायरल कर देगा.
एक बार बेटी के रात भर घर नहीं लौटने पर उसकी मां ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. सूत्रों ने बताया कि उसी महीने लड़की को अस्पताल में भी भर्ती कराना पड़ा और सेलाइन ड्रिप लगवानी पड़ी.
ठाणे पुलिस ने 22 सितंबर को मामले में एक एफआईआर दर्ज की थी. 33 आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत बार-बार बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, 16 साल से कम उम्र की महिला से बलात्कार के साथ-साथ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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‘थम्स अप में सफेद पाउडर मिलाकर पीने को मजबूर किया’
ठाणे पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि 29 जनवरी को पहली घटना, जब मुख्य आरोपी ने कथित तौर पर लड़की के साथ बलात्कार किया और एक वीडियो रिकॉर्ड किया, के बाद तीन अन्य लोगों ने भी उस पर यौन हमला किया.
इस सूत्र ने बताया कि लड़की ने तब उनका कोई भी फोनकॉल उठाना बंद कर दिया, अपने फोन से उनके कांटैक्ट नंबर हटा दिए, और परिवार के डोंबिवली की एक चॉल से मुंबई के उसी उपनगर की एक इमारत में रहने के लिए चले जाने के बाद उसे लगा कि यह घटना बीती बात हो गई है.
सूत्र ने बताया कि हालांकि, 21 फरवरी को मुख्य आरोपी उसके घर के पास एक दुकान पर उससे मिला और मिलने आने के लिए कहा और साथ ही धमकी दी कि अगर उसने मना किया तो परिवार को उसका वीडियो दिखा देगा. फिर वह उसे डोंबिवली में एक अन्य आरोपी के घर ले गया. वहां थम्स अप में एक सफेद पाउडर मिलाया और उससे पीने के लिए कहा. जब उसने मना कर दिया, तो उसने उससे कहा कि वह ‘बिना किसी कपड़े के उसे घर भेजेगा.’
नशीला पेय पीने के बाद पीड़िता बेहोश हो गई. जब उसे होश आया तो उसने खुद को एक आरोपी के बेडरूम में पाया और उसके निजी अंगों में चोट थी.
वह 22 मार्च को फिर उसी दौर से गुजरी, जब उसे एक बार फिर से एक आरोपी के घर जाने के लिए ब्लैकमेल किया गया, और ‘सफेद पाउडर के साथ कोल्ड ड्रिंक’ दिया गया.
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माता-पिता ने दर्ज कराई ‘गुमशुदगी’ की रिपोर्ट
ठाणे पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक आरोपी ने 5 मई को लड़की को फोन किया और उसे एक टूटी-फूटी चॉल में ले गया, जहां उसे वह वीडियो क्लिप दिखाई गई जिससे उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था और उसे हुक्का पीने के लिए मजबूर किया गया.
एक सूत्र के मुताबिक, लड़की ने पुलिस को बताया कि चॉल में छह आरोपियों ने उसका यौन शोषण किया और बाद में उनमें से एक उसे ठाणे के वडावली गांव स्थित एक दूसरे घर में ले गया जहां एक अन्य आरोपी ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया. वह रात भर घर नहीं लौट पाई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि रात भर लड़की के घर न लौटने से चिंतित मां ने मनपाड़ा पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. इस शिकायत के बारे में पता चलने पर आरोपी ने पीड़िता को धमकी दी कि अगर उसने पुलिस को उनके बारे में कुछ भी बताया तो वह उसे जान से मार देगा.
एक सूत्र ने बताया कि 16 मई को एक आरोपी ने उसका वीडियो उस ‘फ्रेंड्स’ व्हाट्सएप ग्रुप पर लीक कर दिया, जिसका हिस्सा उनमें से कुछ आरोपी थे, और इसका इस्तेमाल एक बार फिर पीड़िता को कॉल करने के लिए किया गया. वह फिर आई तो उसे जबरन शराब पिलाई गई. फिर सात आरोपियों ने उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया.
पुलिस सूत्र ने बताया कि इस सदमे में पीड़िता बीमार पड़ गई और उसकी मां को उसे कुछ समय के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जहां उसे सेलाइन ड्रिप लगाई गई.
लेकिन उसके साथ अपराध वैसे ही जारी रहे. सूत्र ने बताया कि दो आरोपियों ने 28 जुलाई को फिर पीड़िता को फोन किया और उसे ठाणे जिले के मुरबाद के एक फार्महाउस में ले गए और कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया.
22 सितंबर को जिस समय उसकी एक आंटी को पता चला कि लड़की किस यातना से गुजर रही है, वह फिर से कुछ आरोपियों से मिलने गई थी. आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए उसकी आंटी एक सामाजिक कार्यकर्ता के साथ उसका पीछा करते हुए एक ऑटो-रिक्शा से वहां पहुंची. हालांकि, ऑटो रिक्शा रास्ते में पंचर हो गया तो आंटी ने इस बारे में पुलिस को सूचना दे दी.
पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि पुलिस ने मौके पर पहुंचने के पांच घंटे के भीतर 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और बाकी को बाद में पकड़ा गया.
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