नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बों में घुस जाने पर 1900 से अधिक पुरूष यात्रियों पर जुर्माना लगाया है. इस संबंध में आधिकारिक आंकड़ा जारी किया गया है.
डीएमआरसी अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बे में प्रवेश करने पर पुरूष यात्री पर 250 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है.
आंकड़े से पता चलता है कि इस साल जनवरी और जून के बीच डीएमआरसी ने महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बों में घुस जाने पर 1906 पुरूष यात्रियों पर जुर्माना लगाया.
मई में सबसे अधिक 443 चालान काटे गए, जबकि अप्रैल में 419, फरवरी में 408, मार्च में 270, जनवरी में 245 और जून में 120 चालान काटे गये.
डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा, ‘‘दिल्ली मेट्रो महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बे में घुस जाने वाले पुरूष यात्रियों पर नियमित रूप से जुर्माना लगाती है. इसके अलावा इस मुद्दे पर पुरूष यात्रियों को संवेदनशील बनाने के लिए कई जागरूकता पहल भी की जाती हैं.’’
दयाल ने कहा, ‘‘इस संबंध में समय-समय पर ट्रेनों के अंदर घोषणाएं की जाती हैं तथा आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर अभियान चलाये जाते हैं. ऐसी घटनाएं रोकने के लिए डीएमआरसी द्वारा विशेष अभियान भी चलाये जाते हैं.’’
दिल्ली मेट्रो में पहला डिब्बा महिलाओं के लिए आरक्षित होता है. डीएमआरसी ने कहा कि प्लेटफार्म पर यह दर्शाने के लिए साइनबोर्ड भी लगे होते हैं कि यह आरक्षित डिब्बा आमतौर पर कहां रुकता है.
डीएमआरसी ने कहा कि महिला डिब्बे में सफर कर रहे यात्रियों का पता लगाने के लिए त्वरित कार्रवाई दल तैनात किये गये हैं तथा विशेष अभियान चलाये जाते हैं. उनके अनुसार, हर डिब्बे में महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें होती हैं.
दिल्ली मेट्रो की 12 लाइनों पर डीएमआरसी के 288 स्टेशन हैं जिनमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन और रैपीड मेट्रो गुरुग्राम शामिल हैं. दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क की कुल लंबाई 393 किलोमीटर है.
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