नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो रेल कोरपोरेशन (डीएमआरसी) ने येलो लाइन पर कई ट्रेन संचालकों को नियुक्त किया है जिनकी भर्ती अनुबंध के आधार पर एक निजी एजेंसी के जरिए की गयी है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.
दिल्ली में समयपुर बादली को गुरुग्राम में हुड्डा सिटी सेंटर से जोड़ने वाली येलो लाइन या लाइन 2 दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सबसे पुरानी और व्यस्त लाइन में से एक है. 49.31 किलोमीटर लंबी इस लाइन पर 37 स्टेशन आते हैं.
सूत्रों ने बताया कि डीएमआरसी ने इस कोरिडोर पर ‘तीन साल की अवधि’ के लिए ट्रेन के संचालन के प्रबंधन के वास्ते ‘एक निजी एजेंसी की सेवाएं’ ली हैं. पूर्णकालिक चालकों के दल के अलावा यह भर्तियां की गयी हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ट्रेन संचालकों की भर्ती के लिए निजी एजेंसी की सेवाएं ली गयी हैं लेकिन यह ‘ट्रेन संचालन का किसी भी तरीके से निजीकरण नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘‘डीएमआरसी में पूर्णकालिक ट्रेन संचालक काम करते रहेंगे और निजी कंपनी अनुबंध के आधार पर हमारे लिए ट्रेन संचालकों की भर्ती करेगी. साथ ही इन ट्रेन संचालकों को डीएमआरसी द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा, प्रमाण-पत्र दिया जाएगा और डीएमआरसी द्वारा इनकी देखरेख की जाएगी.’’
एक सूत्र ने बताया कि 153 ट्रेन संचालक दिल्ली मेट्रो रेल अकादमी, शास्त्री पार्क में प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिसमें से प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद ‘‘करीब 70 ट्रेन संचालकों ने योग्यता जांच पास कर ली है.’’ ये ट्रेन संचालक शास्त्री पार्क में डीएमआरसी के परिचालन नियंत्रण केंद्र (ओसीसी) की देखरेख में ट्रेन का संचालन करेंगे.
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीएमआरसी के नेटवर्क में करीब 1,200 ट्रेन संचालक काम कर रहे हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या अन्य कॉरीडोर के लिए भी ऐसी योजनाएं हैं, इस पर सूत्रों ने कहा कि डीएमआरसी की ‘‘चरणबद्ध तरीके’’ से ऐसी ही प्रक्रिया के जरिए ट्रेन संचालकों की सेवाएं लेने की योजना है. वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चेन्नई मेट्रो में पहले से ही ऐसी व्यवस्था है.