श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से बरामद की गई एक डायरी से ऐसा लगता है कि कथित तौर पर जेल महानिदेशक (डीजी) हेमंत कुमार लोहिया की हत्या के मामले में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया 23 वर्षीय यासिर अहमद शायद मानसिक अवसाद से पीड़ित है.
डायरी में लिखी कुछ पंक्तियां इस प्रकार हैं: ‘मुझे अपने जीवन से नफरत है’, ‘डियर डेथ, प्लीज मेरे जीवन में आओ’, ‘मैं हमेशा से आपका इंतजार कर रहा हूं’ और ‘मेरी जिंदगी 1%, प्यार 0%, तनाव 90%, उदासी 99%, नकली मुस्कान 100%.’
अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी), जम्मू मुकेश सिंह ने कहा कि अहमद जम्मू के रामबन इलाके के कनाचक में एक खेत में छिपा था, जब पुलिस ने मंगलवार को उसे पकड़ा.
पुलिस का मानना है कि अहमद ने किसी धारदार हथियार से लोहिया का गला काटा और फिर उनके शरीर को आग लगाने की कोशिश और घटनास्थल से भागने से पहले पेट में कई बार वार किए.
आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक समूह द रेसिस्टेंस फ्रंट ने मंगलवार को हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए जारी किए गए एक बयान में कहा है, ‘यह गृह मंत्री अमित शाह को हमारी तरफ से एक छोटा-सा उपहार है.’
शाह केंद्र शासित प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद से यह उनकी जम्मू की पहली और कश्मीर की दूसरी यात्रा है.
हालांकि, एडीजी मुकेश सिंह ने दिप्रिंट को बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस को हत्या और किसी आतंकी संगठन के बीच ‘कोई संबंध नहीं’ मिला है. अभी जांच चल रही है और किसी भी संभावना से इनकार करना जल्दबाजी होगा.
उन्होंने सीसीटीवी फुटेज का हवाला देते हुए कहा, ‘अपराध में इस्तेमाल हथियार के अलावा कुछ दस्तावेज साक्ष्य जब्त कर लिए गए हैं, जो उसकी (अहमद की) मानसिक स्थिति को दर्शाते हैं.’
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‘लोहिया के पैरों में तेल लगाता था’
जम्मू-कश्मीर में जेलों के प्रभारी अधिकारी लोहिया (57) सोमवार को जम्मू के बाहरी इलाके में एक दोस्त के घर मृत पाए गए थे, जहां वे अपने परिवार के साथ रह रहे थे, क्योंकि उनके घर का रिनोवेशन चल रहा था. पता चला है कि अहमद डीजी के दोस्त के घर घरेलू सहायक के तौर पर काम करता था.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सूत्र ने दिप्रिंट को बताया, ‘उसे (अहमद को) छह महीने पहले काम पर रखा गया था और वह अक्सर लोहिया के पैरों में तेल लगाता था. सोमवार को भी वह लोहिया के कमरे में तेल लगाने गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. संदेह है कि उसने लोहिया का गला घोंट दिया और फिर उनका गला काटने के लिए धारदार हथियार का इस्तेमाल किया. इसके बाद यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह मर चुके हैं, उसने कई बार चाकू से वार किए और मौके से भागने से पहले शरीर को आग लगाने की कोशिश भी की.’
सूत्र ने कहा कि वहां तैनात रहे सुरक्षा गार्ड्स ने लोहिया के कमरे से धुआं निकलते देखा और अलार्म बजाया.
पुलिस सूत्र के मुताबिक, अहमद से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि वह ‘गंभीर अवसाद से पीड़ित है और अस्थिर मानसिक स्थिति वाला है.’
सूत्र ने कहा, ‘वह बहुत आक्रामक है और ऐसा प्रतीत होता है कि उसने ऐसे ही आवेश में आकर लोहिया को मार डाला.’ साथ ही जोड़ा कि कुछ दिनों पहले थोड़ी कहासुनी के दौरान लोहिया ने अहमद को ‘फटकार’ लगाई थी और आरोपी इस वजह से उनसे नाराज हो सकता है.
हालांकि, पुलिस सूत्रों ने दोहराया कि मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है क्योंकि अहमद अपने बयान बार-बार बदल रहा है.
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