मंगलुरु, 31 जुलाई (भाषा) कर्नाटक के धर्मस्थल कस्बे में कथित सामूहिक कब्रों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने छठे चिह्नित स्थान पर कंकाल बरामद होने के बाद वहां सुरक्षा बढ़ाते हुए फॉरेंसिक प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस स्थान की पहचान मामले में मुख्य शिकायतकर्ता ने की थी और क्षेत्र में सैकड़ों कब्र होने का आरोप लगाया था।
एसआईटी सूत्रों के अनुसार, छठे चिह्नित स्थान पर हालिया खुदाई में महत्वपूर्ण मानव अवशेष मिले हैं।
अधिकारियों ने इस स्थान की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए हैं और छेड़छाड़ या पर्यावरणीय क्षति, विशेष रूप से जल जमाव से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए चारों तरफ सुरक्षात्मक ‘शीट’ (चादर) लगाई हैं क्योंकि जल जमाव से साक्ष्य की विश्वसनीयता खतरे में पड़ सकती है।
अवशेषों को विश्लेषण के लिए फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) भेजे जाने की उम्मीद है, हालांकि अधिकारियों ने संकेत दिया कि अवशेषों को तत्काल एफएसएल भेजे जाने की संभावना नहीं है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, छठे चिह्नित स्थान पर मानव अवशेष मिलने के बाद विशेष जांच दल खुदाई वाले क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रख रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस प्रक्रिया के दौरान कोई साक्ष्य नष्ट या क्षतिग्रस्त न हो।
फॉरेंसिक टीम निष्कर्षों का दस्तावेजीकरण और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जांच अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं।
धर्मस्थल में पिछले दो दशकों में सामूहिक हत्याकांड, दुष्कर्म और शवों को दफनाने के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने विशेष जांच दल गठित किया है।
एसआईटी ने तब से कई स्थलों की पहचान की है और फॉरेंसिक तथा कानूनी विशेषज्ञों की निगरानी में समन्वित उत्खनन और साक्ष्य संग्रह अभियान शुरू किया है।
भाषा सुरभि अविनाश
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