देहरादून, छह जुलाई (भाषा) बादल फटने के कारण पिछले एक सप्ताह से यमुनोत्री यात्रा बंद रहने के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को उत्तरकाशी जिले के वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करके आपदा की स्थिति का जायजा लिया।
अधिकारियों ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति का आंकलन करते हुए राहत एवं बचाव कार्यों की पुनः समीक्षा किए जाने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस संकट की घड़ी में प्रत्येक प्रभावित नागरिक के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में तेजी और प्रभावशीलता लाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि जरूरतमंदों को समय पर सहायता मिल सके।
हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ राज्यसभा सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट भी मौजूद रहे।
पिछले रविवार को उत्तरकाशी जिले के बड़कोट क्षेत्र में सिलाई बैंड के पास बादल फटने से निर्माणाधीन होटल में कार्यरत दो मजदूरों की मृत्यु हो गयी थी जबकि सात अन्य लापता हो गए थे। इसी के बाद से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सिलाई बैंड और ओजरी में बाधित है, जिसके कारण यात्रा बंद हो गयी है। इससे पहले, 23 जून को भी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौ कैंची बैंड के निकट भूस्खलन होने से दो श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गयी थी जबकि दो अन्य लापता हो गए थे। इस घटना में एक श्रद्धालु घायल भी हुआ था।
इस बीच, देहरादून के मौसम विज्ञान केंद्र ने टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिलों के लिए अगले 24 घंटे के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। वहीं भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेंक्षण विभाग ने चार जिलों—टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली में भूस्खलन की चेतावनी जारी करते हुए इसके मद्देनजर सावधानी बरते जाने का परामर्श जारी किया है।
भाषा दीप्ति अमित
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