नई दिल्ली: सेना में भर्ती को लेकर लॉन्च की गई सरकार की नई स्किम अग्निपथ का देशभर में जमकर विरोध हो रहा है. बिहार-यूपी से लेकर हरियाणा और राजस्थान तक युवा योजना के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं. रेलों को जलाए जाने की घटनाएं देखने को मिल रही हैं. राजधानी दिल्ली में भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं. आम आदमी पार्टी के स्टूडेंट लिंग छात्र युवा संघर्ष समिति ने शुक्रवार सुबह विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने कई युवाओं को डिटेन कर लिया.
प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि सेना भर्ती के लिए लॉन्च की गई अग्निपथ स्किम को वापस ले लिया जाए और पर्मानेंट प्रक्रिया को लागू किया जाए. विरोध प्रदर्शन को बढ़ता देख दिल्ली मेट्रो ने आईटीओ मेट्रो स्टेशन के सभी गेट बंद कर दिए. जामा मस्जिद और दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन के गेट भी बंद कर दिए गए.
Delhi | Chatr-Yuva Sangharsh Samiti (CYSS) – AAP student wing – protested against #AgnipathRecruitmentScheme, they were later detained by Police.
The protesters demanded that the scheme be rolled back and a permanent recruitment process take place. pic.twitter.com/SdFhqWvbvA
— ANI (@ANI) June 17, 2022
पूरे मामले पर आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि जब युवाओं को इस योजना के बारे में पता चलेगा तो इस पर उनका भरोसा बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि युवाओं को अभी इसे लेकर पूरी जानकारी नहीं है. एक बार उन्हें जब स्किम के बारे में पता चल जाएगा तो उन्हें भरोसा हो जाएगा कि ये योजना न ही सिर्फ उनके लिए बल्कि सभी के लिए फायदेमंद है.’
उन्होंने कहा, ‘यह निर्णय हमारे कई ऊर्जावान और देशभक्त युवाओं के लिए एक अवसर प्रदान करेगा जो कोविड-19 महामारी के बावजूद भर्ती की प्रक्रिया में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे और पिछले दो साल में कोविड प्रतिबंधों के कारण पूरी नहीं हो सकीं.’
जनरल पांडे ने कहा, ‘भर्ती प्रक्रिया का कार्यक्रम जल्द ही घोषित किया जाएगा. हम अपने युवाओं से भारतीय सेना में अग्निवीर के रूप में शामिल होने के इस अवसर का लाभ उठाने का आह्वान करते हैं.’
गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि रक्षा सेवाओं में भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ योजना’ में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र के फैसले से बड़ी संख्या में युवाओं को फायदा होगा.
शाह ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण पिछले दो साल में सेना में भर्ती की प्रक्रिया बाधित हुई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं की चिंता करते हुए एक संवेदनशील फैसला किया है.
शाह ने ट्वीट किया, ‘पिछले दो वर्ष में कोरोना वायरस महामारी के कारण सेना में भर्ती की प्रक्रिया प्रभावित हुई, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं की चिंता करते हुए ‘अग्निपथ योजना’ के तहत पहले वर्ष में उम्र सीमा में दो वर्ष की रियायत देकर इसे 21 साल से 23 साल करने का संवेदनशील निर्णय लिया है.’
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