नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की जांच की निगरानी के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ का गठन किया है.
महानगर की एक अदालत ने दंगे की जांच को लेकर पुलिस बल को फटकार लगाई थी जिसके बाद यह कदम उठाया गया है. दंगों में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा व्यक्ति जख्मी हो गए थे.
एक आधिकारिक आदेश में कहा गया, ‘सेवानिवृत्त एसीपी के. जी. त्यागी को दंगा मामलों की निगरानी एवं अदालती मामलों के लिए सलाहकार नियुक्त किया गया है.’
इसमें कहा गया है, ‘जांच में तेजी लाने एवं इसे सुचारू करने के अलावा उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगा मामलों की उचित निगरानी एवं ‘पैरवी’ के लिए एक विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआईसी) विशेष पुलिस आयुक्त (मध्य जोन) की अध्यक्षता में बनाया गया है.’
प्रकोष्ठ के सदस्य संयुक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी रेंज) और उत्तर-पूर्व जिले के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) और अतिरिक्त डीसीपी होंगे.
आदेश के मुताबिक, एसआईसी सभी लंबित जांच एवं सुनवाई का जायजा लेगा और दंगा मामलों की त्वरित जांच एवं प्रभावी अभियोजन सुनिश्चित करने के लिए समयबद्ध रणनीति बनाएगा. मुख्य ध्यान सभी वैज्ञानिक एवं तकनीकी साक्ष्यों को रिकॉर्ड में लाना होगा.
इसने कहा कि समिति अदालत में तेजी से सभी पूरक आरोपपत्र दायर करना सुनिश्चित करेगी.
आदेश में कहा गया है कि जिन मामलों में फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के परिणाम लंबित हैं, उनमें एफएसएल निदेशक के साथ व्यक्तिगत तौर पर बातचीत की जाएगी और तेजी से परिणाम जारी करने का आग्रह किया जाएगा.
पुलिस मुख्यालय ने दंगों के दौरान उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सेवारत रहे एवं इन मामलों में सहयोग करने वाले 14 पुलिस अधिकारियों को प्रकोष्ठ से जोड़ा है जो शेष जांच पूरी करने में मदद करेंगे.
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