नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) दिल्ली के कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने सिख इतिहास पर यूट्यूबर ध्रुव राठी के हालिया वीडियो की सोमवार को आलोचना की और इसे ‘‘अपमानजनक’’ तथा ‘‘सिख गुरुओं और शहीदों की विरासत को विकृत करने का प्रयास’’ करार दिया।
राठी के एआई से निर्मित वीडियो की विभिन्न वर्गों द्वारा निंदा की गई है, जिसमें शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) शामिल हैं। इन्होंने कहा है कि सिख गुरुओं को मानव रूप में या फिल्मों में नहीं दिखाया जाना चाहिए। इस वीडियो का शीर्षक ‘सिख योद्धा जिन्होंने मुगलों को आतंकित किया’’ है।
वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए सिरसा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं ध्रुव राठी के हालिया वीडियो की कड़ी निंदा करता हूं जो न केवल तथ्यात्मक रूप से त्रुटिपूर्ण है बल्कि सिख इतिहास और भावनाओं के प्रति घोर अपमानजनक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को एक बच्चे के रूप में रोते हुए दिखाना सिख धर्म की भावना का अपमान है, जो निर्भयता, लचीलेपन और चढ़दी कला का प्रतीक है।’’
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने साइबर अपराध प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें अधिकारियों से राठी के खिलाफ कार्रवाई करने और उनके यूट्यूब अकाउंट की समीक्षा करने का आग्रह किया गया है।
डीएसजीएमसी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा कि वीडियो में न केवल गुरु तेग बहादुर जी की शहादत और बाबा बंदा सिंह बहादुर जी की विरासत के बारे में तथ्यों को विकृत किया गया है, बल्कि इसमें सिख गुरुओं के एआई-निर्मित दृश्य भी दिखाए गए हैं, जो सिख धर्म में सख्त वर्जित है।
भाषा नोमान शफीक
शफीक
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