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Wednesday, 22 January, 2025
होमदेशकोविड-19 से युद्ध जैसे हालात, दिल्ली सरकार और ज्यादा डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को साथ लाएगी

कोविड-19 से युद्ध जैसे हालात, दिल्ली सरकार और ज्यादा डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को साथ लाएगी

संक्रमण के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बड़े लक्षणों वाले मरीजों, जिनमें संक्रमण की पुष्टि भी नहीं है, को भर्ती किया जाना है.

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नई दिल्ली: कोविड-19 को इस सदी की सबसे बड़ी त्रासदी करार देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह ‘युद्ध जैसी स्थिति’ है और दिल्ली सरकार जरूरतों की पूर्ति के लिए और डॉक्टरों एवं चिकित्साकर्मियों को अपने साथ लाने के लिए हर तरीका आजमाएगी.

संक्रमण के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बड़े लक्षणों वाले मरीजों, जिनमें संक्रमण की पुष्टि भी नहीं है, को भर्ती किया जाना है.

उन्होंने कहा कि इन मुख्य लक्षणों में बेचैनी, प्रति मिनट 24 की श्वसन दर और ऑक्सीजन संतृप्तता या 93 फीसद या उससे कम एसपीओ2 स्तर शामिल हैं.

जैन ने आने वाले सप्ताहों में बेड की अनुमानित जरूरत पर कहा कि मामले बहुत बढ़ने की स्थिति को ध्यान में रखकर बैंक्वेट हॉल और स्टेडियमों का इस्तेमाल करने की तैयारी की जा रही है और यह बड़े पैमाने पर किया जाएगा.

उन्होंने कहा, ‘1918 में दुनिया ने स्पेनिश फ्लू देखा जो 1920 तक रहा. कोरोना वायरस इस सदी की सबसे बड़ी त्रासदी है.’

दिल्ली के नगर निगमों ने कोविड-19 से 2000 से अधिक मौत होने का दावा किया

दिल्ली के भाजपा शासित नगर निगमों के वरिष्ठ नेताओं ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि यहां कोविड-19 से 2000 से अधिक लोगों की मौत हुई है जबकि आधिकारिक आंकड़ा बुधवार तक 984 था.

इस दावे पर दिल्ली सरकर ने कहा कि कोविड-19 मृत्यु समिति ‘निष्पक्ष ढंग से काम’ कर रही है और यह आरोप-प्रत्यारोप का नहीं, बल्कि मिलकर काम करने का समय है.’

यहां सिविक सेंटर में संवाददाता सम्मेलन में उत्तरी दिल्ली के महापौर अवतार सिंह, पूर्वी दिल्ली की महापौर अंजू कमलकांत और एनडीएमसी, एसडीएमसी और ईडीएमसी की स्थायी समितियों के अध्यक्षों ने इस कोरोना वायरस महामारी के वक्त निगमों के समक्ष उत्पन्न चुनौतियां मीडिया से साझा कीं.

एनडीएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘पहले केजरीवाल सरकार ने कम मौत बतायी थी लेकिन श्मशान घाटों और कब्रगाहों से जुटाए गए हमारे आंकड़े ने आधिकारिक आंकड़े से करीब तीन गुणा अधिक मौत दर्शाई. अब इन आंकडों के हिसाब से दिल्ली में कोविड-19 से 2098 मौत हुई है जिनमें एसडीएमसी में 1080, एनडीएमसी में 976 और ईडीएमसी में 42 मरीजों ने जान गंवायी है.’

बाद में दिल्ली सरकार ने एक बयान में कहा, ‘माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी घोषित किया है कि मृत्यु ऑडिट समिति उपयुक्त तरीके से काम कर रही है और यह कि समिति के काम पर प्रश्न नहीं उठाया जा सकता है.’

बयान में कहा गया है, ‘ …..यह आरोप-प्रत्यारोप का वक्त नहीं है. हमें मिलकर इस महामारी से लड़ना है और यह सुनिश्चित करना है कि कोरोना वायरस से एक भी जान नहीं जाए.’

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