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Wednesday, 25 December, 2024
होमदेशदीपिका-रणवीर से लेकर लोक कलाकारों तक: 5 डेडलाइन चूकने के बाद उद्घाटन के लिए तैयार चंबल रिवरफ्रंट

दीपिका-रणवीर से लेकर लोक कलाकारों तक: 5 डेडलाइन चूकने के बाद उद्घाटन के लिए तैयार चंबल रिवरफ्रंट

तीन साल से 1200 करोड़ रुपए की लागत से इस रिवरफ्रंट को तैयार करने का काम चल रहा था, जो कि नदी नवीकरण परियोजनाओं की ऋंखला में सबसे नया प्रोजेक्ट है.

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नई दिल्ली: तकरीबन पांच डेडलाइन चूकने के बाद आखिरकार 12 सिंतबर यानि मंगलवार को कोटा में चंबल रिवरफ्रंट का उद्धाटन होगा. रिवरफ्रंट के उद्घाटन के मौके पर राज्य की पूरी कैबिनेट भी मौजूद होगी.

हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उद्घाटन से ऐन पहले एक्स (पहले ट्विटर) पर जानकारी दी कि वह 12 सितंबर को होने वाले कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे. उन्होंने कहा, “12-13 सितंबर को कोटा के लोकार्पण मेरे द्वारा प्रस्तावित थे जिसका मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा था परंतु अपरिहार्य कारणों से मैं 12 सितंबर के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाउंगा. 13 सितंबर के कार्यक्रम यथावत रहेंगे.”

कोटा उत्तर से विधायक और गहलोत सरकार में मंत्री शांति धारिवाल अब रिवरफ्रंट का उद्घाटन करेंगे और 13 सितंबर को होने वाले कार्यक्रम का नेतृत्व सीएम गहलोत ही करेंगे.

तीन साल से 1200 करोड़ रुपए की लागत से इस रिवरफ्रंट को तैयार करने का काम चल रहा था, जो कि नदी नवीकरण परियोजनाओं की ऋंखला में सबसे नया प्रोजेक्ट है. भारत की नदियों पर इस तरह के कई प्रोजेक्ट फिलहाल चल रहे हैं लेकिन राजस्थान सरकार का दावा है कि चंबल रिवरफ्रंट दुनिया का सबसे भव्य रिवरफ्रंट होगा.

चंबल रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट का काम अर्बन इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (यूआईटी) देख रही है. यूआईटी में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कमल मीणा ने बताया कि उद्घाटन से पहले पूरे शहर को सजाया गया है. उन्होंने कहा, “कार्यक्रम में दीपिका पादुकोण से लेकर रणवीर सिंह तक को बुलाया गया है वहीं पूरी राजस्थान कैबिनेट भी इसमें शिरकत करने वाली है.”

कई मेहराबों, 22 घाटों और फव्वारों के साथ भव्य चंबल रिवरफ्रंट एक ऐसे बदलाव का गवाह बन रहा है जिसकी कोटा में बहुत कम लोगों ने कल्पना की थी.

दिप्रिंट ने जुलाई में बताया था कि चंबल रिवरफ्रंट पूरी तरह से सीमेंटिड स्ट्रक्चर जैसा है जहां हरियाली के नाम पर कुछ भी नहीं है. मीणा ने इस पर कहा, “अब इसमें बदलाव किया गया है और जगह-जगह पौधे लगाए गए हैं.”

राजस्थान सरकार ने दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह को कोटा का ब्रांड एंबेसडर बनाया है जो साल भर तक ‘कोटा नहीं देखा, तो क्या देखा‘ थीम पर प्रमोशन करेंगे. रिवरफ्रंट का डिजाइन आर्किटेक्ट अनूप बरतारिया ने बनाया है.

वहीं 13 सितंबर को शहर के सिटी पार्क का भी उद्घाटन किया जाएगा और यहां कैबिनेट की बैठक भी होने वाली है. साथ ही इसी दिन शाम में उम्मेद सिंह स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा जिसमें 25 हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.

अशोक गहलोत सरकार में शहरी विकास और आवास विभाग मंत्री शांति धारीवाल का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य कोटा को बाढ़ के खतरे से बचाना और शहर को पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित करना है.

सोमवार को मीणा ने बताया कि 12 सितंबर के कार्यक्रम से पहले शांति धारीवाल ने रिवरफ्रंट का रिहर्सल विजिट कर सभी तैयारियों का जायजा लिया.

शहर के वरिष्ठ नगर योजनाकार महावीर सिंह मीणा ने दिप्रिंट को बताया था कि पर्यटन आज के समय में राजस्व के मुख्य स्रोतों में से एक है. यह रिवरफ्रंट हर किसी को अचंभित कर देगा.

इस रिवरफ्रंट को थीम आधारित बनाया गया है जिसमें साहित्य घाट, बाल घाट, हाड़ोती घाट, 40 मीटर ऊंची चंबल माता की विशाल मूर्ति, बार्सिलोना के मोंटजुइक के मैजिक फाउंटेन के बाद दूसरा सबसे बड़ा संगीतमय फव्वारा, राजस्थान में महाराणा प्रताप की सबसे बड़ी प्रतिमा और दुनिया की सबसे बड़ी घंटी, जिसका वजन 82,000 किलोग्राम है.

8 सितंबर को जयपुर में प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए धारीवाल ने कहा था कि आने वाले दिनों में भारत में कोटा के विकास मॉल की चर्चा होगी. उन्होंने कहा था, “आने वाले दिनों में कोटा ही विकास का पर्याय बनेगा.”

बीते कुछ महीनों में कोटा में छात्रों की आत्महत्या ने एक बार फिर इस शहर को चर्चा के बीच ले आया. इस साल अब तक 23 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं जिसके बाद गहलोत सरकार ने एक कमिटी बनाई थी.

अनुमान के मुताबिक कोटा में हर साल 2 लाख से ज्यादा बच्चे कोचिंग के लिए आते हैं. धारीवाल ने शुक्रवार को कहा था, “ये बच्चे और इनके मां-बाप देशभर में यहां के बारे में बताएंगे, जिससे कोटा देश में एक पर्यटक स्थल के तौर पर उभरेगा.”


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भव्य उद्घाटन समारोह

कोटा प्रशासन से जुड़े लोगों का कहना है कि बहुत ही कम समय में चंबल रिवरफ्रंट को तैयार किया गया है. हालांकि कई बार इसके उद्घाटन की तारीख को बढ़ाया भी गया. वहीं कोटा के लोगों का कहना है कि पूरे शहर को चमका दिया गया है.

रिवरफ्रंट के ठीक पीछे के मोहल्ले लाड़पुरा में रहने वाले मोहमद्दीन ने कहा कि बीते कुछ दिनों से जोर-शोर से काम चल रहा है. उन्होंने कहा, “सड़कों के रंग-रोगन से लेकर जगह-जगह एलईडी स्क्रीन तक लगाई गई हैं ताकि शहर के बाकी हिस्सों में भी लोग रिवरफ्रंट का उद्धाटन समारोह देख पाए. लेकिन रिवरफ्रंट देखने कितने पर्यटक आते हैं, ये तो दो-तीन महीनों के बाद ही पता चलेगा.”

हालांकि मोहमद्दीन का कहना है कि एक तरफ रिवरफ्रंट तो बन गया लेकिन इसके आसपास के रहने वाले लोगों को काफी तकलीफ हो रही है. उन्होंने कहा, “हमारे घर के सामने बड़ी-बड़ी दीवारें बना दी गई हैं. अब ठीक से न तो रौशनी आ पाती है और न ही हवा.”

हालांकि रिवरफ्रंट का उद्घाटन अगस्त में ही होने वाला था. कोटा प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि कुछ प्रशासनिक कारणों और कोटा में बीते दिनों छात्रों की आत्महत्या की खबरों के कारण ये नहीं हो पाया.

राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और माना जा रहा है कि चुनाव में इस प्रोजेक्ट की सफलता को जनता के बीच कांग्रेस रखेगी. कोटा में भाजपा नेता कह भी चुके हैं कि इस प्रोजेक्ट पर पानी की तरह पैसा बहाया गया है.

बीते दिनों कोटा नार्थ से विधायक शांति धारिवाल ने ऐलान किया था कि दो महीने तक रिवरफ्रंट तक जाने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. कोटा में हो रही कैबिनेट बैठक के राजनीतिक मायनों पर राजस्थान में कांग्रेस प्रवक्ता आरसी चौधरी ने दिप्रिंट से कहा, “यह काफी महत्वपूर्ण कार्यक्रम है. और इसे विकास की राजनीति ही कहा जा सकता है.”

उन्होंने कहा, “कैबिनेट बैठक में राज्य से जुड़ी चीज़ों पर फैसला होगा. चूंकि बैठक कोटा में है तो इस शहर से जुड़े मुद्दे जैसे की छात्रों के मुद्दे भी इसमें शामिल किए जाएंगे.”


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पर्यावरण जानकार उठा रहे सवाल

चंबल रिवरफ्रंट भारत का पहला रिवरफ्रंट है जो किसी बांध के पास बनाया गया है. पर्यावरणविद इस प्रोजेक्ट की शुरुआत से ही इसे लेकर सवाल उठाते रहे हैं.

पिछले दो दशकों से चंबल नदी से जुड़े मुद्दों पर काम कर रहे चंबल संसद के संयोजक ब्रिजेश विजयवर्गीय ने कहा कि रिवरफ्रंट का भले ही उद्घाटन हो रहा हो लेकिन चंबल नदी का इससे कोई भला नहीं होने वाला.

विजयवर्गीय ने दिप्रिंट से कहा, “चंबल नदी आईसीयू में है. इसके ब्यूटिफिकेशन की जगह शुद्धिकरण की जरूरत है.”

उन्होंने बताया कि चंबल नदी के अपस्ट्रीम में अभी भी कई बड़े नाले गिर रहे हैं जिससे इसका पानी प्रदूषित हो रहा है. उन्होंने कहा, “इसका इलाज करने की जगह रिवरफ्रंट बनाकर कॉस्मेटिक सर्जरी की जा रही है.”

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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