भोपाल, 30 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अन्य राज्यों में कोरोना वायरस की स्थिति देखते हुए राज्य में स्कूल खोलने के संबंध में विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच प्रदेश सरकार ने 14 जनवरी को निर्देश जारी किए थे कि राज्य में पहली से 12वीं कक्षा तक सभी स्कूल और छात्रावास 31 जनवरी तक बंद रहेंगे।
चौहान ने शनिवार को यहां मुख्यमंत्री निवास में कोरोना वायरस के नियंत्रण एवं बचाव की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के उपचाराधीन मामले तीन दिन से लगातार घट रहे हैं। राज्य के बड़े शहरों इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में संक्रमण के मामले कम होने लगे हैं। अस्पतालों में बहुत ही कम संख्या में कोरोना वायरस के मरीज भर्ती हैं।
उन्होंने स्कूलों को खोलने पर चर्चा करते हुए कहा, ‘‘अन्य राज्यों में कोविड-19 की स्थिति देखते हुए आगे निर्णय लिया जाएगा। विशेषज्ञों से भी सलाह ली जायेगी। पूरी तरह विचार-विमर्श करने के बाद ही स्कूल खोले जायेंगे।’’
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के अभी 67,945 उपचाराधीन मरीज हैं। देश में भी कोरोना वायरस के मामले कम होने लगे हैं। प्रदेश में कोरोना वायरस की जांच अच्छी चल रही है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के ठीक होने की संख्या भी बढ़ रही है। अस्पतालों से मरीजों को लगातार छुट्टी मिल रही है।
चौहान ने कहा कि आगामी 15 फरवरी तक कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि चिंता की बात नहीं है। सतर्कता, सावधानी और कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाने तथा मास्क पहनने की अनिवार्यता निरंतर जारी रखें।
बैठक में मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) मोहम्मद सुलेमान ने कोरोना वायरस की स्थिति और उपचार व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में अभी 72 मरीज ऑक्सीजन बेड पर हैं और 150 गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है।
भाषा रावत गोला
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