नई दिल्ली: पूर्वोत्तर दिल्ली में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. लगातार तीन दिनों से हो रही हिंसा में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 150 के करीब लोग घायल हुए हैं.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा कि कुछ समाचार एजेंसी यह खबर चला रहे हैं कि दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उन्हें गृह मंत्रालय की तरफ से सुरक्षाकर्मी नहीं दिए जा रहे हैं. गृह मंत्रालय लगातार हमारे संपर्क में है. दिल्ली पुलिस इस बात का खंडन करती है.
उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. सख्त कानूनी कदम लिए जाएंगे. पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल पूर्वोत्तर जिले में तैनात कर दिया गया है. जिले के कुछ हिस्सों में धारा 144 लगाई गई है.
चांद बाग, बाबरपुर, गाजियाबाद सहित कई क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है.
Delhi Commissioner of Police, Amulya Patnaik on #DelhiViolence: Miscreants will not be spared, strict legal action will be taken against them. Sufficient police force, CAPF and senior officials deployed in the North East district. Sec 144 imposed in some areas of the district. pic.twitter.com/7p8kjX5CVt
— ANI (@ANI) February 25, 2020
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी की जा रही तस्वीरों के अनुसार पूर्वोत्तर दिल्ली के चांद बाग में स्थिति काफी खराब है.
Latest visuals from Chand Bagh area in violence-hit North East Delhi. https://t.co/F6xTzasXuP pic.twitter.com/U8U8WXRspc
— ANI (@ANI) February 25, 2020
जीटीबी हॉस्पीटल के मेडिकल सुपरीटेंडेंट सुनील कुमार ने कहा, ‘आज चार लोग अस्पताल लाए गए..वह मृत थे. वहीं कल भी पांच लोग मृत अस्पताल लाए गए थे.’
उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके में दिनभर दंगा, पत्थर बाजी होती रही जिसे देखते हुए पूरे इलाके में धारा 144 लागू की गई. वहीं हालात का जायजा लेने स्पेशल सीपी सतीश गोलचा दिल्ली के खजूरी खास इलाका पहुंचे. गोलचा ने कहा, ‘हमलोग दंगाइयों की पहचान कर रहे हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी. लोगों को हमारे साथ मिलकर शांति बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए. जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक हम यहां पर हैं. नहीं तो हम यहां और भी सुरक्षाकर्मी तैनात करेंगे.’
दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने पूर्वोत्तर दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि 56 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हुई है और शाहदरा के डीसीपी को सिर में चोट आई है. 130 नागरिक भी घायल हुए हैं.
उन्होंने कहा कि हिंसा प्रभावित सभी इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. रंधावा ने शांति की अपील की और अफवाहों पर ध्यान न देने की बात कही. उन्होंने कहा, ‘मैं पूर्वोत्तर दिल्ली के लोगों से अपील करता हूं कि वो कानून को अपने हाथों में न लें. उन्होंने कहा कि हम ड्रोन्स का भी सहारा ले रहे हैं. स्थिति सामान्य है.’
रंधावा ने इस बात को नकारा की पुलिस बलों की कमी है. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर जिले में सुरक्षाबल पर्याप्त संख्या में तैनात हैं. सीआरपीएफ और आरएएफ भी एक्टिव हैं. अभी तक 11 एफआईआर हुई हैं और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
कपिल मिश्रा द्वारा दिए गए बयान पर रंधावा ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है. अभी हमारी पहली प्राथमिकता हालात को संभालने पर है जो हम कर रहे हैं. हम सभी एफआईआर की जांच कर रहे हैं और अगर मुख्य आरोपी मिलेगा तो उसपर कार्रवाई की जाएगी.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा कि हेड कांस्टेबल रतन लाल ने देश के लिए शहादत दी है. हमें उसकी कुर्बानी पर फर्क है. हम उसके परिवार के साथ हैं.