शाहजहांपुर (उप्र), पांच नवंबर (भाषा) शाहजहांपुर में 55 वर्षीय दलित व्यक्ति की छापेमारी के दौरान एक पुलिस कर्मी द्वारा कथित तौर पर छत से धक्का दिए जाने के बाद मौत हो गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उसकी मौत से पहले रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें घायल अवस्था में वह दावा कर रहा है कि पुलिसकर्मियों ने उसे पीटा और छत से धक्का दे दिया। हालांकि, पुलिस ने इस आरोप से इनकार किया है।
पुलिस ने उसके बेटे को पकड़ने के लिए उसके घर पर छापा मारा था।
यह घटना जिले के तिलहर थाना क्षेत्र के मौजमपुर गांव में हुई।
परिवार के सदस्यों के अनुसार, पुलिस मंगलवार देर रात सत्यभान (55) के घर उसके बेटे अभिषेक को गिरफ्तार करने पहुंची, जो हत्या के प्रयास के एक मामले में आरोपी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया, परिवार के सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार किया और छापेमारी के दौरान सत्यभान को छत से धक्का दे दिया।
सूत्रों के मुताबिक गंभीर रूप से घायल सत्यभान को पहले तिलहर अस्पताल ले जाया गया और बाद में शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां बुधवार तड़के उसकी मौत हो गई।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम उसके घर गई थी, लेकिन उसके दिल्ली में होने की जानकारी मिलने पर वह वापस लौट गई।
एसपी ने कहा, ‘आरोपों की जांच की जा रही है। अगर कोई दोषी पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’
द्विवेदी ने इस आरोप से भी इनकार किया कि पुलिस घर में घुसी या सत्यभान को छत से धक्का दिया।
उन्होंने दावा किया कि पुलिस परिसर के बाहर ही थी। मामले की जांच की जा रही है।
भाषा सं आनन्द नोमान
नोमान
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
