नई दिल्ली: देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी सीईआरटी-इन ने तुरंत संदेश भेजने वाले लोकप्रिय ऐप व्हाट्सऐप में कुछ कमजोरियों का पता लगाया है और उपयोक्ताओं को आगाह किया है कि इनके कारण संवेदनशील सूचनाएं लीक हो सकती हैं.
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पांस टीम (सीईआरटी-इंडिया) द्वारा जारी ‘अति गंभीर’ श्रेणी के परामर्श में कहा गया है कि ‘एंड्रॉयड के लिए व्हाट्सऐप और व्हाट्सऐप बिजनेस के वर्जन 2.21.4.18 से पहले और आईओएस के लिए व्हाट्सऐप और व्हाट्सऐप बिजनेस के वर्जन v2.21.32 से पहले के’ सॉफ्टवेयर में कमजोरियां सामने आयी हैं.
सीईआरटी-इंडिया देश में साइबर हमलों के खिलाफ सुरक्षा और भारत के साइबर स्पेस की रक्षा की जिम्मेदारी उठाने वाली तकनीकी शाखा है.
शनिवार को जारी परामर्श में कहा गया है, ‘व्हाट्सऐप एप्लिकेशंस में कई कमजोरियां सामने आयी हैं जिनके कारण दूर बैठा हैकर/हमलावर अपनी मर्जी का कोड लिखकर उसका उपयोग कर सकता है और किसी भी सिस्टम/कंप्यूटर में मौजूद संवेदनशील डेटा हासिल कर सकता है.’
खतरे को विस्तार से बताते हुए, परामर्श में कहा गया है कि व्हाट्सऐप में ये कमजोरियां कैशे कंफिग्रेशन के मुद्दे और ऑडियो डिकोड करने के रास्ते में जांच की कमी के कारण हैं.
परामर्श में कहा गया है कि उपयोक्ता गूगल प्ले स्टोर से या आईओएस स्टोर से अपने व्हाट्सऐप को तुरंत अपडेट करें ताकि इन कमजोरियों को दूर किया जा सके और किसी भी आसन्न खतरे से बचा जा सके.