नई दिल्ली : वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) अपने कर्मचारियों में कोविड-19 के एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए देशभर में अपनी 38 प्रयोगशालाओं तथा संस्थानों में सीरोलॉजिकल सर्वे करा रही है.
दिल्ली में सीएसआईआर के ‘जिनोमिकी और समवेत जीवविज्ञान संस्थान (आईजीआईबी)’ में कार्यरत वैज्ञानिक शांतनु सेनगुप्ता इस सीरो सर्वे के संयोजक हैं. उन्होंने कहा कि इस कवायद में सीएसआईआर के 10,000 कर्मचारियों और 19 से 60 साल आयुवर्ग के उनके परिजनों को शामिल किया जा रहा है.
सेनगुप्ता ने बताया कि यह प्रक्रिया शुरू हो गयी है तथा सितंबर में इसके संपन्न होने की उम्मीद है. इसे अगले छह महीने में दोहराया जाएगा.
इस कवायद के तहत सभी लोगों पर ओमिक तकनीक के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी जिसमें किसी कोशिका या अंग में प्रोटीन, वसा जैसे अणुओं के संपूर्ण सेट का विश्लेषण किया जाता है.
सेनगुप्ता ने कहा, ‘विभिन्न अनुसंधानों में इस बारे में बात की गयी है कि एंटीबॉडी शरीर में कितने समय तक रहते हैं. छह महीने में एक और सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण से हमें इस बात को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी.’
आईजीआईबी के निदेशक अनुराग अग्रवाल ने कहा कि सीएसआईआर के पास अपनी प्रयोगशालाओं के नेटवर्क के माध्यम से इस तरह की जानकारी जुटाने के लिए वैज्ञानिक विशेषज्ञता और भौगोलिक विविधता है.