नई दिल्ली: शनिवार को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने छपरा नकली शराब मामले में मुख्य आरोपियों में से एक को गिरफ्तार करने का दावा किया है. इस घटना में 70 से अधिक लोगों की जान ले गई थी. पुलिस ने कहा कि आरोपी की पहचान राम बाबू महतो के रूप में हुई है जिसको द्वारका इलाके से पकड़ा गया है.
विशेष पुलिस आयुक्त (सीपी) क्राइम ब्रांच रविंदर यादव के अनुसार, ‘इंटर-स्टेट सेल, क्राइम ब्रांच, चाणक्यपुरी को जानकारी मिली थी कि राम बाबू महतो बिहार में नकली शराब त्रासदी से संबंधित मामले में वांछित है और दिल्ली में कहीं छिपा हो सकता है.’
यादव ने बताया, ‘तकनीकी निगरानी के साथ-साथ विशिष्ट इनपुट के आधार पर आरोपी राम बाबू महतो को बिहार के दोइला के निवासी को दिल्ली के द्वारका इलाके से गिरफ्तार किया गया.’
उन्होंने बताया, ‘उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है और आगे की कार्रवाई के लिए आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी बिहार पुलिस के साथ साझा की गई है.’
यादव ने कहा कि बिहार पुलिस से संपर्क किया गया और यह स्थापित किया गया कि आरोपी राम बाबू महतो बिहार आबकारी अधिनियम- 2016 के तहत 2022 के मामले में मोस्ट वांटेड में से एक है, जो बिहार में पुलिस स्टेशन मशरक, जिला सारण में दर्ज है.
यादव ने कहा, ‘राम बाबू महतो केस में प्रमुख आरोपियों में से एक था जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी. जब बिहार पुलिस उसे खोज रही थी तो वह बिहार से भाग गया था.’
पुलिस ने कहा कि राम बाबू एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके चार भाई और दो बहनें हैं. वह 8वीं क्लास ड्रॉपआउट है.
यादव ने कहा, ‘राम बाबू ने दावा किया कि उसके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है. हालांकि, बिहार राज्य में शराबबंदी के कारण, उसने जल्दी और आसानी से पैसा बनाने का सोचा था और नकली शराब बनाने और बेचने में लिप्त हो गया.’
पुलिस ने बताया कि अब तक मिली जानकारी के अनुसार वह अवैध शराब के कई मामलों में शामिल है.
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