नई दिल्ली: उमेश पाल हत्याकांड में शनिवार को पुलिस हिरासत में माफिया-राजनेता अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद इस मामले में अब तक मारे गए अभियुक्तों की संख्या बढ़कर छह हो गई है.
उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अतीक अहमद के परिवार के चार सदस्यों में खुद अतीक, उसके बेटे असद और भाई अशरफ समेत तीन की मौत हो चुकी है जबकि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार है.
इस साल 24 फरवरी को विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने धूमनगंज थाने में अतीक के परिजनों एवं अन्य समेत कुल 13 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.
सीसीटीवी वीडियो में नजर आए उमेश पाल हत्याकांड में नामजद सात लोगों में से चार अभियुक्त मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं. इनमें हत्यारों को लाने वाली कार का चालक अरबाज 27 फरवरी को कथित मुठभेड़ में मारा गया था.
वहीं, शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान गत छह मार्च को प्रयागराज में और असद अहमद और गुलाम झांसी में 13 अप्रैल को हुई कथित मुठभेड़ में मारे गए थे, बाकी तीन शूटर गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान फरार हैं.
सपा के पूर्व सांसद अतीक अहमद ने पहले आशंका व्यक्त की थी कि अहमदाबाद जेल से प्रयागराज लाए जाने के दौरान पुलिस मुठभेड़ के नाम पर उसकी हत्या की जा सकती है.
अहमद ने हाल ही में कहा था कि वह पूरी तरह से मिट्टी में मिल गया है, इसलिए अब उसके परिवार की महिलाओं और बच्चों को परेशान न किया जाए.
उमेश पाल हत्याकांड के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य विधानसभा में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया था. इस दौरान हुई गरमागरम बहस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तब अतीक अहमद की तरफ इशारा करते हुए कहा था, ‘हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे.’
असद के शव को शनिवार की सुबह प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया.
अधिकारियों ने कहा कि अतीक अहमद और भाई अशरफ के शवों को एक ही कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा.
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