लखनऊ: थाईलैंड की एक महिला की लखनऊ में मौत ने, उत्तर प्रदेश के सियासी हलक़ों में हलचल मचा दी है और महामारी के बीच उसके राज्य में आने के मक़सद को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है. महिला की लखनऊ के एक अस्पताल में कोविड से मौत हुई और लखनऊ पुलिस ने उसे दफना दिया, क्योंकि कोई उसका शव लेने के लिए नहीं आया था.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने आरोप लगाया है कि राज्यसभा सांसद संजय सेठ के बेटे ने महिला को लखनऊ बुलाया था, वहीं सेठ ने लखनऊ पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि सिंह और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएं, क्योंकि उन्होंने ‘सोशल मीडिया पर अफ़वाहें फैलाकर उनके परिवार की छवि को नुक़सान पहुंचाया है.’
लखनऊ के एक जाने माने बिल्डर सेठ ने इस मामले में व्यापक जांच की मांग की है.
रविवार को, आईपी सिंह ने ट्विटर पर सेठ का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक फोटो साझा किया और हिंदी में पोस्ट लिखकर आरोप लगाया, कि सांसद के बेटे ने ‘थाईलैण्ड से एक कॉलगर्ल को बुलाया, जिसकी कोविड-19 से मौत हो गई’.
पूँजीपति संजय सेठ पैसों की धौंस क्यूँ दे रहे हैं? अगर वो वाकई में निष्पक्ष जाँच चाहते हैं तो मेरे साथ आएँ और CBI जाँच की माँग करें। सिर्फ लखनऊ पुलिस से जाँच क्यूँ चाहते हैं?
जो पुलिस एक हफ़्ते तक मामले को दबाए रही उससे ‘निष्पक्ष जाँच’ करवाएँगे सेठ?
मेरी माँग है, CBI जाँच हो।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) May 10, 2021
सिलसिलेवार ट्वीट्स में, सिंह ने बाद में एक ख़बर भी साझा की, जो एक हिंदी दैनिक में छपी थी और मांग उठाई कि मामले की ‘निष्पक्ष जांच’ होनी चाहिए. उन्होंने राकेश शर्मा नाम के एक शख़्स का नाम लिया, जो लड़की का ‘लोकल हैण्डलर’ था, और सलमान नाम के किसी व्यक्ति को लड़की का एजेंट बताया. उन्होंने इस मामले में पुलिस की ‘निष्क्रियता’ पर सवाल उठाए और सीबीआई जांच की मांग की.
सेठ, जो पहले समाजवादी पार्टी में रहे थे, 2019 लोकसभा चुनावों के बाद बीजेपी में शामिल हो गए थे.
आईपी सिंह का ट्वीट वायरल होने के बाद सेठ ने कमिश्नर ठाकुर को पत्र लिखकर मांग उठाई कि ‘गहन जांच’ करके पता लगाया जाए कि किस आधार पर इस मामले में उनके बेटे के नाम का उल्लेख किया गया है.
कमिश्नर को अपनी शिकायत में जिसकी प्रति दिप्रिंट ने देखी है, उन्होंने पुलिस से ये भी अनुरोध किया कि कोविड के इस दौर में थाई लड़की लखनऊ कैसे आई, वो कहां ठहरी, किस किस से मिली, इस सब की जांच की जाए और जिस जगह वो ठहरी, वहां की सीसीटीवी फुटेज देखी जाए.
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सेठ ने पुलिस आयुक्त से ये भी आग्रह किया, आईपी सिंह और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ, आईटी एक्ट के तहत सोशल मीडिया पर, ‘अफवाहें फैलाने’ के आरोप में कार्रवाई की जाए.
दिप्रिंट से बात करते हुए कमिश्नर ठाकुर ने कहा, ‘इस मामले में अभी किसी के ख़िलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, लेकिन शिकायती पत्रों और सोशल मीडिया पोस्टों के आधार पर हमने डीसीपी (ईस्ट) की अगुवाई में एक जांच टीम गठित की है, जो मामले की जांच करेगी.’
उन्होंने बताया कि पुलिस ने एक स्थानीय निवासी सलमान से बात की है, जो महिला को जानता था. ‘हम उससे और पूछताछ करेंगे. अस्पताल (जहां महिला की मौत हुई) ने महिला की मौत के बाद पुलिस को बताया कि उसका शव लेने के लिए कोई सामने नहीं आया, इसलिए थाईलैण्ड दूतावास के अधिकारियों से बात करने के बाद हमारे पुलिसकर्मियों ने उसके स्थानीय परिचितों की मौजूदगी में, उसके शव को दफ्ना दिया’.
‘स्थानीय परिचित से पूछताछ’
40 वर्षीय थाई महिला के स्थानीय परिचित और लखनऊ स्थित गाइड सलमान ने मीडिया को बताया, कि उसे रायपुर से उसके दोस्त राकेश ने फोन करके बताया कि एक थाई लड़की लखनऊ में है, वो अस्पताल में है और उसे मदद की ज़रूरत है.
उसने कहा कि इसके बाद वो लड़की का पता करने के लिए लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल गया.
सलमान के मुताबिक़, महिला को 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती किया गया था, और 4 मई को उसकी मौत हो गई. उसके परिवार को इत्तेला की गई, और उन्होंने दफ्न करने की इजाज़त दे दी.
सलमान उस समय मौजूद था, जब लखनऊ पुलिस ने शव को दफ़न किया.
लखनऊ पुलिस के सूत्रों के अनुसार, महिला अप्रैल के तीसरे हफ्ते में थाईलैण्ड से दिल्ली के रास्ते टूरिस्ट वीज़ा पर लखनऊ पहुंची थी और हज़रतगंज इलाके के एक होटल में ठहरी थी.
‘उसकी वीज़ा अनुमति की तिथि 10 मार्च थी. लखनऊ आने से पहले, शायद वो एक महीना दिल्ली में ठहरी थी. बीमारी के लक्षण पैदा होने के बाद उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसका अस्पताल के कोविड वॉर्ड में इलाज चल रहा था, जहां 4 मई को उसकी मौत हो गई.’
सूत्रों ने बताया कि उसका स्थानीय परिचित सलमान, जांच के घेरे में है.
‘वो सलमान को कैसे जानती थी और लखनऊ में वो किन-किन लोगों से मिली, इन सब चीज़ों की जांच की ज़रूरत है. ये पूरा केस हाईप्रोफाइल है और पुलिस मोबाइल नंबरों तथा सीसीटीवी फुटेज की तलाश कर रही है. अगले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो सकती है’.
सूत्र ने ये भी कहा कि सलमान, ‘लखनऊ के एक स्पा’ से जुड़ा है और पुलिस उसे साबित करने की कोशिश कर रही है.