scorecardresearch
Monday, 13 May, 2024
होमदेशवधावन को ढील देने पर गृह सचिव को मिली छुट्टी, भाजपा का आरोप- मंत्रियों को बचाए जाने की कवायद तो नहीं

वधावन को ढील देने पर गृह सचिव को मिली छुट्टी, भाजपा का आरोप- मंत्रियों को बचाए जाने की कवायद तो नहीं

मुख्यमंत्री के आदेश के बाद महाराष्ट्र के गृहविभाग के प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें अवकाश पर भेज दिया गया है.

Text Size:

नई दिल्ली: देशभर में लॉकडाउन चल रहा है और दिनों दिन कोरोनासंक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. देशभर से आ रही कोरोनासंक्रमितों के मामलों के बीच सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं, ऐसे में वहां शिवसेना की उद्धव ठाकरे सरकार मुस्तैदी से इस महामारी से लड़ने में जुटी है. ऐसे में प्रशासन के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की लापरवाही का मामला सामने आया है.

यस बैंक मामले से जुड़े डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वधावन अपने परिवार के साथ पार्टी करने महाबलेश्वर पहुंच गए. मामले की जानकारी जब पुलिस और प्रशासन को मिली तो हड़कंप मंच गया है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद एक ओर जहां महाराष्ट्र के गृहविभाग के प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता के खिलाफ उद्धव सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए अवकाश पर भेज दिया है.

गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा,’ महाराष्ट्र के आईपीएस अधिकारी को लॉकडाउन के बावजूद वाधवान परिवार के सदस्यों को यात्रा करने की मंजूरी देने के लिए अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया और यह कार्रवाई मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बातचीत के बाद की गई है.’

उद्धव ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और गृहमंत्री अनिल देशमुख को पूरे मामले को देखने को कहा है. बता दें कि गुप्ता ने वाधवान परिवार के 23 लोगों को खंडाला से महाबलेश्वर जाने की अनुमति दी थी.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

भाजपा ने शिवसेना को घेरा

लॉकडाउन का उल्लंघन करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी दो ट्वीट कर शिवसेना सरकार, उद्धव ठाकरे और गृहमंत्री से सवाल पूछे हैं, फडणवीस ने पूछा है, ‘आखिर किसकी अनुमति  और आशिर्वाद से वह बाहर गए.’

फिर उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है, ‘महाराष्ट्र में शक्तिशाली और अमीर लोगों के लिए कोई लॉकडाउन नहीं है? पुलिस की आधिकारिक अनुमति से कोई महाबलेश्वर में छुट्टियां बिता सकता है, यह संभव नहीं है कि एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इस तरह की घोर गलती को अपने दम पर अंजाम दे.’

महाराष्ट्र के सतारा जिले के महाबलेश्वर में बृहस्पतिवार को ही डीएफएचएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन को कोविड-19 पाबंदियों के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी थी.

एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने वधावन परिवार के सदस्यों समेत 23 लोगों को उनके फार्महाउस में पाया. कल गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘इस बात की जांच की जाएगी कि वधावन परिवार के 23 सदस्यों को खंडाला से महाबलेश्वर जाने की अनुमति कैसे मिली.’

स्थानीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये पुणे और सतारा दोनों जिलों को सील कर दिया गया है. इसके बावजूद वधावन परिवार के सदस्यों समेत कई लोगों ने बुधवार शाम अपनी कारों से खंडाला से महाबलेश्वर की यात्रा की.

कपिल और धीरज वधावन यस बैंक और डीएफएचएल धोखाधड़ी मामलों में आरोपी हैं. पुलिस ने कहा कि नगर निगम के अधिकारियों ने उन्हें दीवान फार्म हाउस में देखा.

सभी 23 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

share & View comments