मिर्जापुर (उप्र), 24 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने संसद के मानसून सत्र के दौरान पेश किये गये 130वें संविधान संशोधन विधेयक को ‘डेथ वारंट’ करार देते हुए कहा कि वह इस विधेयक का पुरजोर विरोध करते हैं।
आजाद ने मिर्जापुर के जिगना में प्रबुद्ध जन सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 130वें संविधान संशोधन विधेयक का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह विधेयक ‘डेथ वारंट’ है। न सिर्फ उनके लिये जो सत्ता में हैं, बल्कि उनके लिये भी जो किन्हीं कारणों से सत्ता से दूर हैं। इसलिए इस विधेयक का हम पूर्ण रूप से विरोध करते हैं।’’
सांसद ने कहा, ‘‘130वें संविधान संशोधन विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सुपुर्द कर दिया गया है। मैं जेपीसी में हिस्सा लूंगा। जेपीसी में चर्चा होती है, वह एक कानूनी प्रक्रिया है, लेकिन मैं उस विधेयक से असहमत हूं। हालांकि मैं प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री नहीं हूं, जिसको लेकर मुझे भय हो।’’
बाद में संवाददाताओं से बातचीत में आजाद ने बिहार विधानसभा के आगामी चुनावों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘बिहार चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी की कोर कमेटी तय करेगी। पार्टी की कई सीटों पर मजबूत दावेदारी है। वर्ष 2020 में जो कमी रह गई थी उसे दूर करके आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी चुनाव जीतेंगे।’’
बुधवार को ‘संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025’, ‘संघ राज्य क्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक, 2025’ और ‘जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025’ लोकसभा में पेश किए गए। इन्हें संसद की एक संयुक्त समिति को भेज दिया गया है।
प्रस्तावित विधेयक गंभीर आरोपों में लगातार 30 दिनों तक गिरफ़्तार रहने पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को हटाने के लिए एक कानूनी रूपरेखा प्रदान करते हैं।
मानसून सत्र के समापन से ठीक पहले लाए गए इन विधेयकों का विपक्ष ने पुरजोर विरोध किया है।
भाषा सं. सलीम शफीक
शफीक
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.