मेरठ : कृषि सुधार कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कुछ लोग किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर देश की एकता और अखंडता को चुनौती दे रहे हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने रविवार को मेरठ पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के खिलाफ किसी षड्यंत्र को सफल नहीं होने दिया जाएगा.
अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री योगी ने विभिन्न क्षेत्रों में सरकार द्वारा किए जा रहे कामों का विस्तार से उल्लेख किया.
उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी. कानून व्यवस्था को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर हाल में बहन-बेटियों की सुरक्षा की जाएगी.
योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में कुल 88 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस मौके पर उन्होंने मेरठ के परतापुर और मलियाना द्वितीय बिजली घरों का लोकार्पण भी किया. किठौर के शाहजहांपुर बिजलीघर का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री के हाथों हुआ.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ के सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के नवनिर्मित केंद्रीय पुस्तकालय के भवन का भी उद्घाटन किया. यहीं पर कई कृषि योजनाओं को शुरू करने के साथ ही कई विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण मुख्यमंत्री ने किया.
यहां किसानों, विद्यार्थियों और शिक्षकों को भी संबोधित करते योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों का इस्तेमाल कर अपना हित साधने की कोशिशों को देश समझ रहा है, इन साजिशों को बेनकाब करते हुए असफल बनाया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसका जो काम है वही वह करेगा, जिसका काम विरोध करना है वह विरोध करेगा, हमारा काम विकास करना है, इसलिए हम पूरे प्रदेश में विकास की गंगा बहा रहे हैं जिसका आंकलन आप सभी खुद कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की जनता से जो भी वायदे किए थे एक-एक करके उसे पूरा किया जा रहा है, भाजपा ने अनुच्छेद- 370 और 35ए हटाया, अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण शुरू कराया, किसानों के लिए किसान सम्मान निधि शुरू की, करीब तीन लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है और आने वाले दिनों में नौकरियों में युवाओं को अवसर दिए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग किसानों की तरक्की नहीं देख सकते हैं, उनको इस बात से परेशानी है कि किसान विकास क्यों कर रहा है, किसान के पास पैसे कैसे आ रहे हैं, ये वही लोग हैं जो किसानों को भ्रम में डालकर आंदोलन करवा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के बहाने कुछ लोग उपद्रवियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं, उनकी यह मंशा कभी पूरी नहीं होगी.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरठ में मेट्रो की मांग उठ रही थी, जिसे केंद्र सरकार की मदद से लागू किया गया है, यह 32 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रही है, अब मेरठ से दिल्ली की राह आसान हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि बनारस तक जाने के लिए गंगा एक्सप्रसवे का निर्माण किया जा रहा है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तय कार्यक्रम के अनुसार 11 बजे कृषि विश्वविद्यालय में पहुंचना था, लेकिन खराब मौसम के चलते उनका हेलीकाप्टर उतर नहीं सका. उन्हें वापस गाजियाबाद जाना पड़ा. वहां से हापुड़ होते हुए सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री करीब सवा एक बजे मेरठ के कृषि विश्वविद्यालय पहुंचे.